तिहाड़ जेल के पूर्व डायरेक्टर जनरल संदीप गोयल की मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि गृह मंत्रालय (एमएचए) ने उनके खिलाफ जेल में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन को वीआईपी सुविधाएं देने के आरोप में एक विभागीय जांच शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, जो आने वाले कुछ दिनों में एमएचए को रिपोर्ट सौंपने की संभावना है.
21 दिसंबर 2022 को, 1989 एजीएमयूटी कैडर बैच के आईपीएस अधिकारी गोयल को सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की संभावना थी. 11 नवंबर को, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने गोयल को अगले आदेश तक दिल्ली पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा, और उनकी जगह संजय बेनीवाल को नियुक्त किया गया.
गोयल को निलंबित करनेका निर्णय दिल्ली सरकार के गृह, कानून और सतर्कता विभागों के प्रमुख सचिवों की एक समिति की रिपोर्ट के बाद लिया गया था, जिसमें जैन के साथ उनकी ‘मिलीभगत’ का उल्लेख किया गया था और 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोपी महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने उन पर कथित तौर पर जेल में उनकी सुरक्षा के लिए धन लेने का आरोप लगाया था.
ईडी द्वारा जारी किए गए वीडियो फुटेज से पता चला कि गोयल ने जैन से 6 अक्टूबर को शाम 6.39 बजे से 7.29 बजे तक लगभग 50 मिनट तक बात की थी. इसके अलावा, गोयल ने जैन के परिवार के सदस्यों को बिना किसी सक्षम प्राधिकारी के आदेश के जेलनंबर 7 की ड्योढ़ी (जांच क्षेत्र) में कथित रूप से बार-बार प्रवेश करना, 2018 में दिल्ली जेल नियम का गंभीर उल्लंघन हुआ.