प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले वर्ष आयोजित होने वाले महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए तैयारियां जोर शोर के साथ चल रही हैं। महाकुंभ-2025 में करीब 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। इसी को देखते हुए भारतीय रेलवे ने भी अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं। महाकुंभ के दौरान खराब मौसम के कारण कोई भी ट्रेन न लेट हो, न रद्द हो, इस दिशा में रेलवे ने काम करना शुरू कर दिया है।
दरअसल, प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन 2025 के जनवरी-फरवरी में होने जा रहा है। इस दौरान उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप होता है। कई शहरों में कोहरा भी छाया रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे महाकुंभ के दौरान चलने वाली ट्रेनों का टाइम टेबल तैयार करने में जुटा हुआ है। क्योंकि पिछले कुछ सालों में ऐसा देखा गया है कि सर्दियों के मौसम में उत्तर भारत के कई शहरों में कोहरे की स्थिति गंभीर हो जाती है, जिससे ट्रेन और हवाई सेवाओं में काफी व्यवधान होता है। ट्रेनों की ले होने की स्थिति में यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि, कुंभ के आयोजन के दौरान उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप होगा। अगर आयोजन के दौरान घना कोहरा छा जाता है तो ऐसे में महाकुंभ मेला विशेष ट्रेनों को समय पर चलाना एक चुनौती होगी। इसलिए ट्रेनों की समय-सारणी तय करने से पहले मौसम का पूर्वानुमान होना बहुत जरूरी है। अगर आयोजन के दौरान घना कोहरा छा जाता है तो रेलवे के पास स्थिति से निपटने के लिए कुछ तकनीक है, लेकिन यह भी तय है कि कोहरे के कारण कम दृश्यता के चलते ट्रेनों की स्पीड जरूर प्रभावित होगी।
अधिकारियों का कहना है कि,यात्रियों की सुरक्षा रेलवे का प्रमुख उद्देश्य है। इस को ध्यान में रखते हुए रेलवे हमेशा मानसून, बारिश, गर्मी और सर्दियों के दिनों में ट्रेनों का शेड्यूल तय करने के लिए मौसम विभाग से मौसम का पूर्वानुमान लेते हैं। कुंभ के दौरान भी अगले सात दिनों की मौसम अनुमान जानने के लिए मौसम विभाग से मदद लेंगे। मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते ही साप्ताहिक आधार पर मेले के दौरान ट्रेनों का शेड्यूल तय किया जाएगा।