लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक बसपा सरकार के दौरान हुए कथित 1400 करोड़ के स्मारक घोटाले की चर्चा है. इस घोटाले की जांच की आंच में बीजेपी विधायक भी है. ईडी ने विधायक टी राम को स्मारक घोटाले के लिए तलब किया गया है.
बता दें कि टी राम वाराणसी के अजगरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं. कथित 1400 करोड़ के स्मारक घोटाले में विधायक टी राम पर भी ईडी ने सवाल उठाते हुए पेश होने को कहा है. इनके अलावा लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन प्रमुख अभियंता त्रिभुवन राम, खनन विभाग के तत्कालीन संयुक्त निदेशक एवं सलाहकार सुहैल अहमद फारुखी को भी तलब किया है. विधायक और अभियंता को दिवाली से पहले ईडी के सामने पेश होना होगा.
इस मामले में बसपा सरकार में मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दिकी, बाबू सिंह कुशवाहा समेत कई लोगों पर भी एफआईआर दर्ज हुई थी. साल 2012 में पूर्व मंत्रियों समेत 19 लोगों पर एफआईआर हुई थी. इस मामले में लोकायुक्त की जांच में 1400 करोड़ रुपये के घोटाले की पुष्टि भी की थी. सपा सरकार में जांच धीमी हुई और अन्य जांच एजेंसियां भी चुप बैठ गईं. 2012 में शुरू हुई जांच में बाबू सिंह कुशवाहा, नसीमुद्दीन, सीपी सिंह, लोक निर्माण विभाग के अफसरों पर जांच शुरू हुई थी. इस जांच के दौरान ही यह सामने आया था कि तत्कालीन प्रमुख सचिव आवास मोहिन्दर सिंह ने बिना स्वीकृति के कई मामलों में सहमति प्रदान की थी.