गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के शिव मंदिर में मुस्लिम जोड़े का निकाह पढ़ा जा रहा था। जैसे ही इसकी भनक हिंदू संगठन को लगी तो वे मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा करने लगे। इस बीच दुल्हा दुल्हन समेत सभी लोग गायब हो गए। हालांकि मंदर परिसर में कार्यक्रम आयोजित करवाने का ठेका देने वाले को हिरासत में लिया गया है। वहीं हिंदू संगठनों ने इस मामले में जांच की मांग की है। यह पूरा मामला मोदीनगर के गोविंदपुरी इलाके का बताया जा रहा है।
मोदीनगर के गोविंदपुरी इलाके में शिव शक्ति धाम मंदिर के परिसर में बनी धर्मशाला में निकाह करवाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि मोदीनगर में लोनी से बारात आई थी। निकाह के लिए मंदिर की कमेटी ने 4200 रुपये की रसीद भी काटी, जो शबनम नाम की महिला के नाम पर है। हिंदू संगठनों को जैसे ही इसकी जानकारी लगी तो वे मंदिर पहुंचे और हंगामा करना शुरू कर दिया। यह देख मंदिर में मौजूद श्रद्धालु वहां से चले गए। मंदिर में निकाह के लिए पहुंचा जोड़ा भी गायब हो गया।
हिंदू युवा वाहिनी के नीरज शर्मा ने इसकी शिकायत पुलिस से की। जिसमें उन्होंने कहा कि शिव शक्ति धाम मंदिर ट्रस्ट ने मनोज सक्सेना नामक व्यक्ति को ठेका दिया है। मनोज वहां पर कार्यक्रम आदि आयोजित करता और करवाता है। आरोप है कि मनोज सक्सेना ने एक मुस्लिम परिवार को शादी के लिए मंदिर परिसर के बगल में स्थित कमरे और धर्मशाला आवंटित किये, जहां पर मुस्लिम जोड़े का निकाह करवाया जा रहा था।
शिकायतकर्ता नीरज शर्मा ने कहा कि इससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। चंद रुपयों की खातिर मंदिर कमेटी के कुछ सदस्य धर्म के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं उन्होंने मंदिर के रसीद काटने वाले और निकाह की परमिशन लेने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल ठेकेदार मनोज सक्सेना को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।