भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रताप नड्डा से लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने कांग्रेस के शासन काल में सबसे अधिक शिकायत खाद्य मंत्री अमरजीत के विभाग की थी।अमरजीत भगत के साथ साथ उनका पूरा स्टाफ जिसमे डा अजय शंकर कन्नोजे भी शामिल थे जम कर भ्रष्ट्राचार किए थे। विभाग में मनमाने ट्रांसफर के अलावा 600 करोड़ के चांवल घोटाले में डा अजय शंकर कन्नोजे पर भी उंगली उठी थी। नान और स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के अलावा अजय शंकर कन्नोजे का खाद्य औषधि प्रशासन विभाग में विवादास्पद होने के पुख्ता प्रमाण है।
कांग्रेस के शासन काल में मलाई खाने वाले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में भाजपा की छबि बिगाड़ने के लिए जुगाड़ बना कर स्वास्थ्य मंत्रालय में मंत्री जी के निजी स्थापना में “कार्य” करने के लिए आदेशित हो गए है। सूत्रों के अनुसार इस स्थापना की चर्चा भाजपा मुख्यालय से लेकर महानदी भवन के अलावा जागृति केंद्र में भी है। अजय कन्नौजे के स्वास्थ्य मंत्रालय में मंत्री के स्टाफ में शामिल होने पर कांग्रेस शासनकाल के मंत्रियों के निजी स्टाफ के लोग नई सरकार में सक्रिय हो गए है।इस कारण ऐसी भी चर्चा है कि अजय कन्नोजे की घर वापसी मुहिम शुरू हो गई है।