लखनऊ. डीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार को उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए हैं. इससे पहले वे मेरठ के एडीजी भी रह चुके हैं. प्रशांत कुमार 300 से ज्यादा एनकाउंटर में शामिल रहे हैं. इन्हें योगी सरकार के भरोसेमंद अफसरों में से एक और सरकार के संकटमोचक कहे जाते हैं.
बता दें कि मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी कुमार का कार्यकाल बुधवार को खत्म हो रहा है. जिसके बाद सरकार की तरफ से प्रशांत कुमार को कार्यवाहक डीजीपी की जिम्मेदारी दी गई है. उत्तरप्रदेश सरकार ने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रशांत कुमार को एडीजी पद पर चुना गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर में शामिल रहे है. आईपीएस प्रशांत कुमार को सीएम योगी के भरोसेमंद अफसरों में से एक माना जाता है. उनके नाम से बड़े-बड़े अपराधियों के पसीने छूटने लगते हैं. प्रशांत कुमार को इस बार भी गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया है. ये चौथी बार है, जब प्रशांत कुमार को ये मेडल मिला है.
मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के रहने वाले आईपीएस प्रशांत कुमार कई बार सरकार के संकटमोचक भी बने इसलिए उन्हें ट्रबल शूटर भी कहा जाता है. जब 2017 में योगी सरकार बनी तो वे मेरठ के एडीजी थे. 2019 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सीएए- एनआरसी बवाल को संभालने में प्रशांत कुमार ने अहम रोल निभाया था.