दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में छापे की कार्रवाई में ईओडब्लू, एसीबी के अफसरों ने महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त होने का दावा किया है। इसी के साथ सोमवार को ईओडब्लू तथा एसीबी के अफसरों ने शराब घोटाले के सबूत जुटाने आबकारी भवन पहुंचे, वहां संबंधित अफसरों से घंटों पूछताछ करने के साथ दस्तावेजों की जांच करते हुए कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर अपने साथ ले आए हैं।
गौरतलब है कि शराब घोटाला मामले में ईडी की छापे की कार्रवाई के बाद ईओडब्लू तथा एसीबी ने 17 जनवरी को अपराध दर्ज कर मामले की अलग से जांच शुरू की है। एफआईआर दर्ज होने के एक माह बाद ईओडब्लू, एसीबी के अफसरों ने राज्य के तीन पूर्व आईएएस विवेक ढांढ, निरंजन दास, अनिल टूटेजा सहित आबकारी विभाग से जुड़े अरुणपति त्रिपाठी, सौरभ बख्शी, अशोक कुमार सिंह के अलावा कारोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, राजेंद्र जायसवाल, नोएडा में विधु गुप्ता, भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, नवीन केडिया तथा सिद्धार्थ सिंघानिया के 13 ठिकानों में छापे की कार्रवाई करने पहुंची। जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई की जा रही है, उनमें अनवर ढेबर के यहां छापे की कार्रवाई कंपलीट हो चुकी है।
आबकारी भवन में मैराथन जांच
शराब घोटाला से जुड़े मामले में पड़ताल करने ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम सोमवार दोपहर के समय आबकारी भवन पहुंचे हुए हैं। जांच टीम में राजपत्रित अफसरों के अलावा कर्मी शामिल हैं। जांच के दौरान टीम ने पिछले पांच साल में शराब खरीदी के टेंडर प्रक्रिया के अलावा शराब आपूर्ति करने की विधि की जानकारी हासिल की। इसके साथ ही तत्कालिन आयुक्त तथा विशेष सचिव द्वारा किए गए कार्यों की दस्तावेजों की जांच की। सूत्रों के मुताबिक आबकारी ईओडब्लू तथा एसीबी के अफसरों ने आबकारी भवन से भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने साथ ले आए हैं।
पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई
अफसरों के मुताबिक जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई के दौरान दस्तावेज के साथ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मिले हैं, उनकी जांच की जाएगी। जांच के बाद एक ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद शराब घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले सबूत
छापे की कार्रवाई में ईओडब्लू तथा एसीबी के अफसरों ने भ्रष्टाचार से संबंधित जो दस्तावेज मिलने की संभावना व्यक्त कर रहे थे, उन उम्मीदों के मुताबिक जांच एजेंसी को साक्ष्य नहीं मिलने की जानकारी सूत्रों ने दी है। बावजूद इसके जांच एजेंसी को मौजूदा हालत में जब्त किए गए दस्तावेज, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स में भ्रष्टाचार से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने की उम्मीद है।