सीधी। सीधी में आदिवासियों के ऊपर लगातार कहर जारी है। आदिवासी युवक दशमत पेशाब कांड के बाद सात आदिवासी छात्राओं के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आयी है। सीधी जिले के मझौली थाना क्षेत्र से जहां स्कॉलरशिप दिलाने की आड़ पर सात छात्राओं से दुष्कर्म किया गया है। छात्रों की शिकायत के बाद पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को रिमांड में ले लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
आरोपियों ने सातों छात्रों से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देना कबूल किया है। जहां आरोपियों को पकड़कर आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीधी लाया गया। घटना के संबंध में अब तक जो जानकारी सामने आई हैं। उसके मुताबिक मामले में आरोपी बृजेश प्रजापति उसके साथी संदीप प्रजापति और राहुल प्रजापति व लवकुश को मझौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
3 माह से दे रहे थे वारदात को अंजाम
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह तकरीबन 3 माह से इस वारदात को अंजाम दे रहे हैं, उन्होंने यह पूरा खेल गूगल से सीखा था। जिसके बाद गूगल से मैजिक वॉइस ऐप लोड करके छात्रों से महिला की आवाज रंजना मैडम बनकर बात किया करते थे और छात्राओं को स्कॉलरशिप का प्रलोभन देकर सुनसान स्थान पर बुलाकर उनके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
वाइस एप के माध्यम से आवाज बदलकर करते थे बात
बताया गया है कि आरोपियों ने छात्राओं का नंबर सीधी के एक सरकारी स्कूल के ऐप से निकला था। जिसके बाद इन छात्राओं से संपर्क कर और स्कूल की महिला प्राचार्य बनाकर वाइस एप के माध्यम से आवाज बदलकर बात करते थे और छात्राओं को सुनसान स्थान पर स्कॉलरशिप देने के नाम पर बुलाते थे।
पूरी वारदात का पर्दाफाश
सात आदिवासी छात्राओं के दुष्कर्म के मामले में इस पूरी वारदात का पर्दाफाश आज रीवा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक महेंद्र सिंह सिकरवार ने पुलिस अधीक्षक सीधी कार्यालय में किया। जहां इस पूरी वारदात के चारों आरोपी को लाया गया था। फिलहाल चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
वारदात को अंजाम देने वाला बृजेश प्रजापति पहले से ही शादीशुदा हैं। इसने पूर्व में दो शादियां की है, जिसमें से एक पत्नी को छोड़ चुका है, जबकि दूसरी पत्नी और बेटी इसके साथ रहती हैं। पुलिस ने उसके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति के घर को गिराए जाने की प्रक्रिया शुरू
सीधी जिले में आदिवासी छात्राओं के दुष्कर्म को लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिसको लेकर प्रशासन द्वारा तत्काल निर्णय लेकर कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति के घर को गिराए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें जिला पुलिस प्रशासन और राजस्व प्रशासन का अमला आरोपी के गांव अमरवाह पहुंचकर जेसीबी से घर को जमीदोज कर दिया है। सीधी जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है कहने को तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी जिले को गोद लिया था। जहां पर आए दिन आदिवासी के साथ मारपीट हत्या, अपमानित से लेकर दुष्कर्म होना कोई नई बात नहीं है।
इसी जिले में आदिवासी के ऊपर पेशाब कांड तक जैसे घिनौनी घटना हुई है लेकिन प्रशासन अब तक नींद से नहीं जागा। जिसका परिणाम है कि सात छात्रों के दुष्कर्म का मामला एक बार फिर से सामने आ गया और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे मौन बैठी रही। अब देखना यह होगा कि क्या आदिवासियों के सुरक्षा व सम्मान के लिए सरकार व प्रशासन कोई ठोस कदम उठा पाएंगे।