मुंबई के मलाड इलाके में एक शख्स के ऑनलाइन ऑर्डर की गई आइसक्रीम में मिली कटी हुई उंगली के बारे में नया खुलासा हुआ है. यह उंगली किसी घायल फैक्ट्री कर्मचारी की हो सकता है. ऐसा पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया है. हालांकि वह आगे इस मामले की तफ्तीश कर रही है. पुलिस ने पुणे फैक्ट्री के कर्मचारी का डीएनए सैंपल जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) भेज दिया है.
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पहले पुणे स्थित आइसक्रीम निर्माता का लाइसेंस जांच पूरी होने और मामले में दोषी सामने आने तक के लिए सस्पेंड कर दिया था. घटना के बाद पेशे से डॉक्टर और मलाड इलाके के निवासी ब्रेंडन फेराओ ने शिकायत दर्ज करवाई थी. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि उन्होंने एक एक ऐप से यम्मो कंपनी से बटरस्कॉच आइसक्रीम कोन ऑर्डर किया था. दोपहर के भोजन के बाद आइसक्रीम खाते समय उसे मांस का एक टुकड़ा मिला जिसमें कील लगी हुई थी.
इसके बाद आइसक्रीम कंपनी के इंस्टाग्राम पेज पर इसकी शिकायत करके उन्होंने यह मामला उठाया. लेकिन उस वक्त कंपनी की ओर से कोई सही जवाब न मिलने पर उन्होंने मांस के टुकड़े को बर्फ की थैली में रखा और मलाड पुलिस स्टेशन ले जाकर मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 272 (बिक्री के लिए इच्छित खाद्य या पेय में मिलावट), 273 (हानिकारक खाद्य और पेय की बिक्री) और 336 (जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला काम करने) के तहत मामला दर्ज किया.