भोपाल। राजधानी में इन दिनों लाेगों को कम समय में ज्यादा रुपये कमाने के लालच साइबर ठगी का शिकार बनाया रहा है। वैसे तो आनलाइन जालसाज अलग – अलग तरीके से झांसा देकर अपना शिकार बनाते हैं, लेकिन अब साइबर ठगों ने अपना तरीका बदलकर फॉरेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। हालात ये है कि सात माह में 50 लोग इस तरह से ठगी का शिकार होकर अपने जमा पूंजी गंवा चुके हैं। इसमें शहर के एक खिलाड़ी, कारोबारी और महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हम बता दें कि फाॅरेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी की शुरूआत एक फोन काॅल के माध्यम से आती है, फोन करने वाला सबसे पहले आपसे ऑनलाइन ट्रेडिंग करने की बात करता है, अगर आपने जरा भी उसकी बाताें में दिलचस्पी दिखाई तो वह आपको एप डाउनलोड करा देगा या फिर आपको इंटरनेट मीडिया के माध्यम वाट्सएप समूह में जोड़ लेगा।
उस समूह में एक बार जुड़ने के बाद तमाम लोग उस पर निवेश के नाम पर मुनाफा कमानें के संदेश पोस्ट करते हैं, इससे ऐसा जान पड़ता है कि यह सब सही हो रहा है और साइबर ठगी के निशाने पर आया व्यक्ति निवेश करते चला जाता है, उसे मुनाफा एप के माध्यम से दिखाई भी देने लगता है, लेकिन वह सब झूठा होता है।
मुनाफा दिखने के बाद उस राशि को आप निकल नहीं सकते हैं। रुपये निकलने की कोशिश के लिए आपसे जीएसटी समेत तमाम तरह से और रुपये मांगे जाते हैं। राशि नहीं देने पर आपको ग्रुप से हटा दिया जाता है और डाउनलोड किए एप पर बैलेंस जीरों नजर आने लगता है। आपसे ठग सभी संपर्क खत्म कर देता है।
सात माह में 50 शिकायतें साइबर क्राइम के पास पहुंंची
सीपी एसके तिवारी ने बताया कि राजधानी और उसके आसपास फारेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट के लालच में फंसकर लोगों अपनी जमापूंजी गंवा रहे हैं, साइबर क्राइम के पास 50 शिकायतें पहुंची है। जिन पर पुलिस जांच में जुटी है और आरोपित फिलहाल काफी दूर है। ठगी के शिकार होने वाले कारोबारी, महिलाएं, खिलाड़ी शामिल हैं।
फाॅरेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट में ठगी से कैसे बचें
- ऑनलाइन विज्ञापन देखकर अनजान व्यक्ति के कहने से कोई एप डाउनलोड नहीं करें।
- किसी अनजान वाट्सग्रुप पर नहीं जुड़ें।
- किसी फारेन ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट करने से पहले उसकी जानकारी ले
- जानकार के बातचीत करने के बाद निवेश करें