प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया। मेट्रो रेल नेटवर्क का दूसरा चरण गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (जीएमआरसी) द्वारा गुजरात सरकार और भारत सरकार के सहयोग से विकसित किया गया है। इस दौरान उन्होंने मेट्रो रेल की सवारी भी की। उनके साथ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने उठाया मेट्रो का आनंद
इसके साथ ही पीएम मोदी ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ सेक्शन 1 मेट्रो स्टेशन से गिफ्ट सिटी मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया। इस दौरान वह मेट्रो के अंदर युवाओं से बात करते हुए दिखे। उन्होंने लिखा कि अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन किया और युवाओं के साथ आज के कार्यक्रम के लिए रवाना हुआ।
री-इनवेस्ट 2024 कार्यक्रम में पीएम का संबोधन
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर में कहा कि उनकी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में देश की तेज प्रगति के लिए हर क्षेत्र और कारक पर ध्यान देने की कोशिश की है। उन्होंने गांधीनगर में ‘वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक बैठक एवं प्रदर्शनी’ (री-इनवेस्ट 2024) के चौथे संस्करण को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि न केवल देशवासियों बल्कि पूरी दुनिया को लगता है कि भारत 21वीं सदी के लिए सबसे अच्छी जगह है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले 100 दिन (केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के) में आप हमारी प्राथमिकताओं, गति और पैमाने को देख सकते हैं। हमने देश की तेज प्रगति के लिए जरूरी हर क्षेत्र और कारक पर ध्यान देने की कोशिश की है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विविधता, पैमाना, क्षमता, संभावना और प्रदर्शन अद्वितीय है और यही कारण है कि मैं वैश्विक अनुप्रयोग के लिए भारतीय समाधान कहता हूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अगले 1,000 वर्षों के लिए वृद्धि का आधार तैयार कर रहा है और हमारा ध्यान केवल शीर्ष पर पहुंचने पर नहीं, बल्कि इस स्थान को बनाए रखने पर है।
भारत में इंवेस्टमेंट बढ़ाने पर जोर
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया इसे बहुत अच्छी तरह से समझ रही है। केवल भारतीय ही नहीं, आज पूरी दुनिया को लगता है कि भारत 21वीं सदी के लिए सबसे अच्छा दांव है। उन्होंने री-इन्वेस्ट 2024 में कहा, ‘‘हमारे लिए हरित भविष्य और शुद्ध शून्य उत्सर्जन केवल दिखावटी शब्द नहीं हैं। ये देश की जरूरतें हैं और हम इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार अयोध्या और 16 अन्य शहरों को मॉडल ‘सौर शहर’ के रूप में विकसित पर काम कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि जब 21वीं सदी का इतिहास लिखा जाएगा, तो भारत की सौर क्रांति का अध्याय स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।