प्रदेश के कॉलेजों में प्रवेश के लिए तीन बार तारीख बढ़ाई गई। इसके बाद भी यूजी फर्स्ट ईयर की 50 हजार से अधिक सीटें खाली रह गई है। फर्स्ट ईयर में इसी सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू हुई है। इस बार वार्षिक की जगह फर्स्ट ईयर की पढ़ाई सेमेस्टर के तहत हो रही है। इसके अनुसार फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा दिसंबर-जनवरी में होगी। इसे लेकर पहले प्रवेश की आखिरी तारीख 31 जुलाई निर्धारित की गई। बाद में 30 सितंबर तक प्रवेश हुए। हालांकि, इसका ज्यादा फायदा नहीं मिला है।
प्रदेश में पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, सरगुजा विवि, दुर्ग विवि, बिलासपुर विवि, रायगढ़ विवि, बस्तर विवि समेत अन्य राजकीय विवि हैं। इनसे संबद्ध करीब साढ़े छह सौ कॉलेज हैं। इनमें बीए, बीकॉम, बीएससी समेत अन्य यूजी फर्स्ट ईयर की करीब 1.80 लाख सीटें हैं। इस बार 1.30 लाख सीटों में एडमिशन हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों से लगभग ऐसी ही स्थिति रही है। इस बार एनईपी लागू होने से फर्स्ट ईयर में बड़ा बदलाव हुआ है। एनुअल पैटर्न को सेमेस्टर में तब्दील किया गया। इसके अनुसार अब छह-छह महीने में परीक्षा होगी।
इसके अलावा अन्य बदलाव भी हुए हैं। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश की आखिरी तारीख 31 जुलाई निर्धारित की गई थी। इसमें कुलपति की अनुमति से प्रवेश भी शामिल था। लेकिन बड़ी संख्या में सीटें खाली रहने के बाद प्रवेश की तारीख 16 अगस्त तक बढ़ाई गई। सीटें खाली रहने पर फिर तारीख बढ़ी और 14 सितंबर तक प्रवेश दिए गए। इसके बाद बारहवीं द्वितीय बोर्ड परीक्षा के नतीजे जारी हुए। इसे लेकर फिर एडमिशन की तारीख बढ़ाकर 30 सितंबर किया गया। लेकिन इसमें कुछ ही छात्रों के प्रवेश हुए।
पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में यूजी की करीब 42 हजार सीटें हैं। इस बार 33 हजार सीटों में प्रवेश हुआ और 9 हजार खाली रह गई। अटल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में यूजी की करीब 35500 सीटें हैं। यहां 22450 एडमिशन हुए हैं, 13 हजार सीटें खाली रह गई। रायगढ़ विवि से संबद्ध कॉलेजों में यूजी की 31 हजार सीटें हैं। इनमें 21 हजार छात्रों के प्रवेश हुए। दुर्ग विवि में यूजी की 63502 सीट है। यहां 45929 छात्रों ने एडमिशन लिया। बस्तर विवि में फर्स्ट ईयर की 17 हजार सीट है। इसमें 14 हजार में एडमिशन हुए।
बीए, बीकॉम, बीएससी समेत अन्य यूजी फर्स्ट की परीक्षा में प्राइवेट छात्र के रूप में शामिल होने के लिए 20 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। इसे लेकर रविवि से पिछले दिनों सूचना जारी की गई है। रजिस्ट्रेशन के बिना प्राइवेट छात्र के रूप में फर्स्ट ईयर की शामिल नहीं हो पाएंगे। इसी तरह इन छात्रों के लिए इस बार से नई व्यवस्था लागू कि गई है। इनका भी इंटर्नल एग्जाम होगा। कॉलेज से असाइनमेंट भी मिलेगा। वहीं दूसरी ओर यूजी सेकंड ईयर और थर्ड ईयर में एनईपी इस बार लागू नहीं है। इसलिए इनकी वार्षिक परीक्षा होगी। इसमें रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता नहीं है। पहले की तरह ही आवेदन भरे जाएंगे।