भरूच: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनावी नतीजों में AAP पार्टी उतना अच्छे परिणाम नहीं ला सकी जितना पार्टी की तरफ से दावा किया जा रहा था. तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को नोटा से भी कम वोट मिले हैं. आम आदमी पार्टी अभी लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटने ही वाली थी कि गुजरात से भी पार्टी के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. यहां पार्टी से एक साथ 40 से ज्यादा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. आपको बता दें कि ये इस्तीफे गुजरात के भरूच जिले से आए हैं.
आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रमुख इशुदान गढ़वी और आप अल्पसंख्यक विंग के अध्यक्ष अमजद खान पठान ने एक पार्टी के आधिकारिक लेटर हेड पर सूचना दी है कि भरूच जिले के 33 पार्टी कार्यकर्ताओं और आम आदमी पार्टी के 10 पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया.
यह इस्तीफा विसावदर विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक भूपत भयानी के विधानसभा से इस्तीफा देने के ठीक एक दिन बाद आए हैं. भरूच में आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष पटेल ने इस्तीफों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में निष्क्रिय थे. नतीजतन, उन्हें नए संगठनात्मक ढांचे में समायोजित नहीं किया गया. पटेल ने कहा कि ये इस्तीफे पार्टी के लेटर हेड का दुरुपयोग करके दिए गए थे. मामले की सूचना राज्य स्तर पर दी गई है और प्रतिक्रिया में उचित कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि गुजरात में आप के विधायक भूपेंद्र भयानी ने बुधवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफ के बाद उन्होंने कहा था कि लोगों की सेवा करने के लिए ‘आप’ सही मंच नहीं था. भयानी राज्य विधानसभा में जूनागढ़ के विसावडर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. गुजरात विधानसभा के सचिव डी एम पटेल ने बताया था कि विधानसभा अध्यक्ष ने भयानी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
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इस्तीफा देने के बाद भयानी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाले आप से भी इस्तीफा दे दिया है और वह जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे. भयानी पिछले साल विधानसभा चुनाव में चुने गए आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायकों में से एक थे. इस चुनाव में 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 156 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था. यह पहली बार था जब आप ने राज्य विधानसभा चुनाव में कोई सीट हासिल की थी. भयानी ने दावा किया कि आप लोगों की सेवा करने का सही मंच नहीं है.
उन्होंने कहा था कि मैं एक राष्ट्रवादी व्यक्ति हूं जो विकास और लोगों की सेवा में विश्वास करता है. आम आदमी पार्टी मेरे क्षेत्र के लोगों की सेवा करने के लिए सही मंच नहीं था. कोई भी राष्ट्रवादी आप में लंबे समय तक नहीं रह सकता. पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले आप में शामिल होने से पहले जूनागढ़ के भेसन गांव के सरपंच रहे भयानी ने कहा था कि इसके अलावा, मुझे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करना पसंद नहीं था, जो हमारे गौरव हैं और जिन्होंने दुनिया भर में भारत को गौरवान्वित किया है.