भोजपुर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़ी फैक्ट्री में मादक दवा एमडी ड्रग (मेफेड्रोन) का कारखाना पाए जाने से प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। इसी के चलते रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे ने जिले में संचालित सभी फैक्ट्रियों और कारखानों के निरीक्षण के लिए चार जांच दल गठित कर निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
जिला कलेक्टर के आदेश पर मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र की 850 कंपनियों की जांच की जा रही है। जिसमें से अब तक 75 से ज्यादा कंपनियों की जांच की जा चूंकि है। जांच दल कंपनी के लाइसेंस, लीज अनुमति और कार्य स्थल का निरीक्षण कर रहा है। जांच दल को अधिकांश कंपनियों में नियमविरुद्ध कार्य चलते मिला है। साथ ही फैक्ट्रियों में श्रम कानून की भी अवेहलना होती दिखी। कंपनियों में हेल्थ एवं सेफ्टी का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
साथ ही औधोगिक क्षेत्र में कबाड़े का स्टॉक और कोयले का बड़ी संख्या में भंडारण किया जा रहा है। जबकि यह ज्वलशील पदार्ध इंडस्ट्रियल एरिया में पूरी तरह से प्रतिबंधित है। उसके बाद भी खुलेआम यह कारोबार चल रहा है। ये सब जिम्मेदारों को दिखाई न देना कई सवाल खड़े करता है। जांच दल को हिदायत भी दी गई है कि, किसी भी प्रकार की अनियमित या फिर संदिग्ध गतिविधि पाए जाने पर टीम के सदस्य विभागीय स्तर पर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई करेंगे। जांच की कार्रवाई एक सप्ताह में पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया गया है।