लखनऊ: दीपावली और छठ महापर्व के बाद से लखनऊ की हवा की सेहत बिगड़ गई है. जबकि, दूषित हवा में सांस लेना भी दूभर है. एयर क्वॉलिटी इंडेक्स की बात करें तो रिहायशी इलाकों के साथ औद्यौगिक परिक्षेत्र में भी दूषित हवा का कहर है. जिसको लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने निर्देश जारी किए हैं. जिलाधिकारी लखनऊ के अनुसार डस्ट पार्टिकल और हवा में धूल इत्यादि से बचाव के लिए पानी के छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि खुले स्थान पर मकान या निर्माण कार्य मे लगने वाले मटेरियल इत्यादि रखने की इजाजत नहीं होगी. ऐसा करते हुए कोई पाया जाता है तो सम्बंधित पर विधिक कार्रवाई और मलबा जब्त किया जाएगा. अगर कोई निर्माण कार्य चल रहा है तो उसको पर्दे से ढ़कना अनिवार्य होगा, जिससे कि मलबे के कण धूल इत्यादि हवा के सम्पर्क में न आए. फैक्ट्रियों के संचालन के लिए भी निर्देश आज से लागू हो गए हैं. जिसके अनुसार 15 दिन अलग-अलग शिफ्ट में ही फैक्ट्रियां संचालित हो सकेंगी.
जिलाधिकारी ने इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को लखनऊ के ताल कटोरा क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को अलग-अलग समय पर चलने का निर्देश दिया है. साथ ही शहर की कच्ची सड़कों को पक्का किए जाने के लिए भी विभागवार पत्र भेजकर निर्देशित किया है. इसके अलावा जाम वाले चौराहे के कच्चे फुटपाथ भी पक्के करने के आदेश दिए गए हैं.
जिलाधिकारी लखनऊ के अनुसार वायु प्रदूषण के लिए चिन्हित हॉटस्पॉट के आसपास निरंतर जल छिड़काव किए जाने को कहा गया है. बिल्डिंग मटेरियल ढककर रखे जाएं और इस पर रोजाना पानी का छिड़काव किया जाए. जिसको लेकर भी आदेश दिया गया है.
मोटर और टायर बनाने वाला इलाका लालबाग के साथ इंडस्ट्रियल इलाका तालकटोरा और रिहायशी पॉश इलाका अलीगंज में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स पर हवा की स्थिति खराब है. इन इलाकों में हवा aqi पर 300 के पार जा रही है. जिसके आधार पर ही जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं.