रायपुर। नई सरकार के गठन के बाद मंगलवार से विधानसभा सत्र का आगाज हुआ। पहले दिन विस में छत्तीसगढ़ी की गूंज रही। सीएम समेत ज्यादातर विधायकों ने छत्तीसगढ़ में शपथ ली। यहां यह बताना लाजिमी है कि विस में छत्तीसगढ़ में शपथ लिए जाने की मांग भी की जा रही थी। शपथ के बाद पूर्व सीएम रमन सिंह को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया।
प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधायकों को शपथ दिलाई। सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम अरुण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी छत्तीसगढ़ी में शपथ ली। इसके अलावा विक्रम उसेंडी, धरमजीत सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, अनिला भेंड़िया, लखेश्वर बघेल, दलेश्चर साहू, ओपी चौधरी, उमेश पटेल, धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला, राघवेंद्र सिंह, दिलीप लहरिया, ब्यास कश्यप, रामकुमार यादव, बालेश्वर साहू, शेषराज हरबंश, अनुज शर्मा, चातुरी नंद, कुंवर सिंह निषाद, फूल सिंह राठिया, लखनलाल देवांगन, ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, संपत अग्रवाल, कविता प्राणलहरे, संदीप साहू, टंकराम वर्मा, आशाराम नेताम, दीपेश साहू, गोंगपा विधायक तुलेश्वर मरकाम समेत सभी विधायकों ने छत्तीसगढ़ी में शपथ ली।
इन विधायको ने ली संस्कृत में शपथ
विधानसभा में गुरु खुशवंत साहेब, लता उसेंडी, केदार कश्यप, चैतराम अटामी, विद्यावती सिदार, प्रेमचंद पटेल ने संस्कृत में विधायक पद की शपथ ली।
कवासी की शपथ नेताम ने पढ़ी
विधानसभा में कोंटा विधायक कवासी लखमा को शपथ प्रोटेम स्पीकर रामविचार नेताम ने पढ़कर सुनाई, उसके अनुसार उन्होंने शपथ ली। कवासी लखमा पढ़ नहीं पाते, इसलिए उन्हें इस तरह शपथ दिलाई गई
सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने गए डॉ. रमन
90 विधायकों के शपथ के बाद स्पीकर पद के लिए डॉ. रमन सिंह के नाम पर पांच प्रस्ताव पेश किए गए। इसमें सत्तापक्ष की ओर से विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, बृजमोहन अग्रवाल, भावना बोहरा, अजय चंद्राकर ने प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक दल के नेता चरणदास महंत ने रमन सिंह के विधानसभा अध्यक्ष पर प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद रमन सिंह विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। डा. रमन ने अकेले ही नामांकन दाखिल किया था।