सामान्य प्रशासन विभाग ने एक आदेश जारी कर स्थानांतरित अधिकारियों /कर्मचारियों को एक सप्ताह के भीतर नवीन पदस्थापना क्षेत्र में कार्यभार ग्रहण करने और पुराने कार्य स्थल को छोड़ने का आदेश जारी किया है। इस आदेश का महानदी भवन के बाजू इंद्रावती भवन स्थित खाद्य संचालनालय के घोटालेबाज अपर संचालक राजीव कुमार जायसवाल द्वारा किया जा रहा है।
दो माह पहले शासन द्वारा खाद्य संचालनालय के घोटालेबाज अपर संचालक राजीव कुमार जायसवाल को हमर संगवारी के अध्यक्ष राकेश चौबे की जांच प्रभावित किए जाने की शिकायत पर राज्य सरकार द्वारा हटाया जाकर मंत्रालय संलग्न किया गया था। इस आदेश में खाद्य मंत्रालय की श्रीमती नीलम एल्मा को अपर संचालक बनाकर खाद्य संचालनालय स्थानांतरित किया गया था।
इनके द्वारा शासन के नियमों का पालन करते हुए निर्धारित समय में कार्यभार ग्रहण कर लिया गया था किंतु राजीव कुमार जायसवाल जो 600करोड़ रुपए के चांवल बचत घोटाले के आरोपी है ने कार्यभार से न तो कार्य मुक्त हुए और न ही कार्यभार ग्रहण किया गया।कार्यमुक्त किया गया तो संचालक के चुनाव कार्य पर जाने के कारण प्रभारी संचालक का कार्य कर घोटाले की फाइल में लीपा पोती करने लगे।
संचालक के आने के बाद कार्यमुक्त होने के बावजूद राजीव कुमार जायसवाल खाद्य संचालनालय का मोह छोड़ नहीं पा रहे है।इसके पहले भी पूर्व खाद्य मंत्री मो अकबर ने खाद्य संचालनालय से इनको राज्य खाद्य आयोग में भेजा था। उस समय भी ट्रांसफर होने के बावजूद खाद्य संचालनालय से खाद्य आयोग का कार्य करने लगे थे।खाद्य सचिव की आपत्ति पर इनको जबरदस्ती कमरा खाली कर नेम प्लेट हटाया गया था।
इस बार फिर ट्रांसफर होने के बाद भी घोटाले की फाइल में लीपा पोती करने के लिए संचालनालय का कमरे को हथियाए हुए है। ज्ञात रहे इनके कार्यकाल में संविदा पर नियुक्त वाहन चालक द्वारा नामजद मृत्यु पूर्व कथन में आत्म हत्या के लिए राजीव कुमार जायसवाल को जिम्मेदार बताया था। वाहन चालक से संबंधित फाइल खाद्य संचालनालय से गायब करा दी गई है।इसके चलते जांच कार्य अधूरी है!