Breaking News

Ajit Pawar: डिप्टी CM अजित पवार को बेनामी संपत्ति मामले में बड़ी राहत, इनकम टैक्स से हुई मुक्त

एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार को बड़ी राहत मिली है। आयकर विभाग द्वारा 2021 के बेनामी मामले में जब्त की गई उनकी सभी संपत्तियों को शुक्रवार को मुक्त कर दिया है. अक्टूबर 2021 में अधिकारियों ने बेनामी संपत्ति रोकथाम अधिनियम (PBPP) के तहत 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त कीं. इस कार्रवाई में महाराष्ट्र और मुंबई में अजित पवार से जुड़े लोगों के आवासों और कार्यालयों की तलाशी भी शामिल थी, जिसमें उनके रिश्तेदार, बहनें और करीबी सहयोगी शामिल थे. इस मामले में उन्हें भी क्लीन चिट मिल गई है.

दिलचस्प बात यह है कि अजित पवार ने 5 दिसंबर को छठी बार राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके दूसरे दिन अजित पवार को कोर्ट से राहत मिल गई। आयकर विभाग की ओर से जब्त की गई अजित पवार की संपत्ति को दिल्ली में एक अदालत के आदेश के बाद रिलीज कर दिया गया है। दिल्ली ट्रिब्यूनल कोर्ट ने इस संबंध में फैसला सुनाया है। दिलचस्प बात यह है कि कोर्ट ने अजित पवार के बेटे पार्थ पवार और उनकी पत्नी सुनेत्रा पवार से जुड़ी जब्त संपत्ति भी रिलीज कर दी है। अजित पवार की स्पार्कलिंग सॉइल, गुरु कमोडिटीज, फायर पावर एग्री फार्म और निबोध ट्रेडिंग कंपनी से जुड़ी संपत्तियां जब्त कर ली गई थीं। लेकिन आखिरकार कोर्ट के आदेश के बाद इन संपत्तियों को रिलीज कर दिया गया है।

दरअसल, पवार को दिल्ली में बेनामी संपत्ति लेनदेन अपीलीय न्यायाधिकरण द्वारा राहत दी गई है. न्यायाधिकरण ने उनके और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति के स्वामित्व के आरोपों को खारिज कर दिया. यह पूरा मामला 7 अक्टूबर, 2021 का है, जब आयकर विभाग ने कई कंपनियों पर छापे मारे, जिसमें कुछ ऐसे दस्तावेज बरामद हुए, जो कथित तौर पर बेनामी स्वामित्व वाली कुछ संपत्तियों को अजित पवार और उनके परिवार से जोड़ते थे. हालांकि, न्यायाधिकरण ने इन दावों को यह कहते करते हुए खारिज कर दिया कि आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.

इस मामले को लेकर 5 नवंबर, 2024 को न्यायाधिकरण ने आयकर विभाग द्वारा दायर एक अपील को खारिज करके अपने पक्ष की पुष्टि की, जिसमें उसका पिछला फैसला बरकरार रहा. इस फैसले से आयकर अधिकारियों द्वारा पहले जब्त की गई संपत्तियों को मुक्त कर दिया गया है.

ये संपत्तियां की गई थी जप्त
कुर्क की गई संपत्तियों में महाराष्ट्र के सतारा में जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री, मुंबई में एक आधिकारिक परिसर, दिल्ली में एक फ्लैट, गोवा में एक रिसॉर्ट और महाराष्ट्र में 27 अलग-अलग जगहों पर जमीन के टुकड़े शामिल हैं. उसी साल, आयकर विभाग ने मुंबई में दो रियल एस्टेट कारोबारी समूहों और अजीत पवार के रिश्तेदारों से कथित तौर पर जुड़ी कुछ संस्थाओं पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपये की बेहिसाबी आय का पता लगाया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *