WhatsApp: व्हाट्सऐप ने इंटरनेशनल वन-टाइम पासवर्ड (OTP) के लिए एक नया चार्ज लागू किया है. भारत में बिजनेस को अब ऐसे मैसेज भेजने के लिए ज्यादा पैसे देने होंगे. इसका मकसद प्लेटफॉर्म पर बिजनेस मैसेजिंग सर्विस से कमाई बढ़ाना है. यह चार्ज अब 20 गुना ज्यादा बढ़ाया गया है, लेकिन ये अभी भी इंटरनेशनल SMS के रेट से काफी कम है. वॉट्सऐप के इस कदम से कंपनी की कमाई में इजाफा होने की उम्मीद है.
1 जून से लागू होगा फैसला
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये बदलाव व्हाट्सऐप को बिजनेस मैसेजिंग सेक्टर में ज्यादा कंपनियां लाने में मदद करेगा. व्हाट्सऐप ने हाल ही में एक “ऑथेंटिकेशन-इंटरनेशनल” नाम की एक नई मैसेज कैटेगरी बनाई है. इसकी कीमत 2.3 रुपये प्रति मैसेज है. ये भारत और इंडोनेशिया दोनों देशों को प्रभावित करेगा. व्हाट्सऐप के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय कंपनियों जैसे Amazon, Google और Microsoft को ज्यादा दिक्कत होगी. ये कंपनियां पहले सस्ता होने के चलते व्हाट्सऐप इस्तेमाल करती थीं.
क्यों किया गया यह बदलाव
पहले भारतीय कंपनियों को SMS का चार्ज 12 पैसे प्रति मैसेज लगता था, जबकि विदेशी कंपनियों को 4.13 रुपये. इस गैप को कम करने के लिए व्हाट्सएप ने सभी को 11 रुपये का फ्लैट रेट दिया था. लेकिन अब विदेशी कंपनियों को 2.3 रुपये देने होंगे. व्हाट्सऐप के नए रेट भारत से शुरू हो रहे हैं. इससे पता चलता है कि भारत व्हाट्सएप के बिजनेस मैसेजिंग के लिए कितना महत्वपूर्ण है.
भारत में एंटरप्राइजेज मैसेज में अच्छी ग्रोथ दर्ज की जा रही है. वर्तमान समय में भारत में यह बाजार 7600 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. इसमें SMS, WhatsApp Business, Google RCS और Push Notification शामिल हैं. अभी SMS का बाजार 90% का है. कंपनियां OTP के लिए ज्यादातर मैसेज भेजती हैं.
इंटरनेशनल SMS का मतलब
भारत में अंतरराष्ट्रीय SMS का चार्ज ज्यादा होने को लेकर काफी बहस होती रही है. टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि “इंटरनेशनल ट्रैफिक” को लेकर कोई साफ नियम नहीं है और इसकी कीमतों को कोई देखने वाला नहीं है. टेलीकॉम कंपनियां ये फैसला करती हैं कि कौनसा SMS विदेशी माना जाएगा. टेलीकॉम कंपनियों का कहना है डेटा सर्वर की लोकेशन के हिसाब से SMS का दाम तय किया जाता है.