लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान पर उतरी हुई हैं. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी जंग में हिस्सा ले रहे हैं. उत्तर प्रदेश के अमरोहा में नामांकन रद्द होने के बाद एक ऑटो वाले फूट-फूट कर रोने लगे. यह शख्स सांसद का चुनाव लड़ना चाहता था, मगर एन वक्त पर पर्चा कैंसिल हो गया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा वालों ने पर्चा कै करा दिया.
अमरोहा लोकसभा सीट के लिए जारी नामांकन प्रकिया के दौरान शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अलग ही नजारा दिखा. यहां अपना नामांकन निरस्त हो जाने के बाद एक ऑटो ड्राइवर फूट-फूट कर रोने लगा. प्रतिद्वंदी पर नामांकन निरस्त कराने का आरोप लगाते हुए ड्राइवर ने कलेक्ट्रेट परिसर में ही आत्मदाह करने की चेतावनी तक दे डाली. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह करके उसे शांत कराया.
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मामला हसनपुर क्षेत्र के गांव करनपुर माफी का है. अमीचंद पेशे से ऑटो चालक हैं. बीते दिनों लोकसभा चुनाव की नामांकन प्रकिया के दौरान उन्होंने निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल किया था. वहीं, शुक्रवार को हुई जांच में उनका नामांकन पत्र निरस्त कर दिया गया. इसके पीछे वजह खुद ऑटो ड्राइवर के नामांकन में शामिल एक प्रस्तावक बना. जानकारी के मुताबिक प्रस्तावक ने नामांकन की जांच के दौरान शपथ पत्र दिया कि उसे गुमराह कर नामांकन पत्र के शपथ पत्र में हस्ताक्षर कराए गए हैं. यहां तक कि उसने खुद को प्रस्तावक बनाए जाने की जानकारी से भी इंकार किया.