महादेव सट्टा एप के सरगना सौरभ चंद्राकर के राइट हैंड रवि उप्पल तथा उसके दो अन्य साथियों के दुबई में गिरफ्तार होने की बात सामने आई है। रवि उप्पल की गिरफ्तारी की ईडी के वकील डॉ. सौरभ पाण्डेय ने पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक दुबई पुलिस ने रवि उप्पल को एक सप्ताह पूर्व किसी मामले में गिरफ्तार किया था, तब दुबई पुलिस को रवि के भारत के वांछित अपराधी होने की जानकारी मिली। इसके बाद ईडी तथा मुंबई पुलिस को इंटरपोल के माध्यम से इस बात की जानकारी मिली। सूत्रों के मुताबिक संबंधित जांच एजेसियां रवि को दुबई से भारत लाने की तैयारी में है। रवि उप्पल की गिरफ्तारी के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्विट के माध्यम से सट्टेबाजी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण काल के समय छोटे स्केल में शुरू किया गया ऑनलाइन महादेव सट्टा एप का सालाना टर्न ओवर वर्तमान में 15 हजार करोड़ रुपए के करीब है। अवैध रूप से संचालित महादेव सट्टा के जरीए हवाला के साथ मनी लांड्रिंग होने के आरोप में ईडी ने छापे की कार्रवाई की थी। छापे की कार्रवाई में ईडी ने महादेव सट्टा एप के प्रमोटरों के 417 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की है।
दो साल से ज्यादा समय से दुबई से संचालित
महादेव सट्टा एप के संचालक सौरभ चंद्राकर तथा रवि उप्पल पिछले ढाई वर्षों से दुबई में बैठकर सट्टा संचालित कर रहे हैं। सुचारू रूप से सट्टा संचालित करने बड़ी संख्या में दुर्ग, भिलाई के बेरोजगार युवकों को रोजगार देने का झांसा देकर दुबई ले गए। वहां से उन्हें ट्रेंड कर राज्य सहित देश के अलग-अलग राज्यों में सट्टा संचालित कराने का काम कर रहे हैं।
चार्जशीट में छह हजार करोड़ हेरफेर करने का आरोप
ईडी द्वारा कोर्ट में पेश चार्जशीट में रवि उप्पल पर आरोप लगाया गया है कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर करीब 6 हजार करोड़ रुपए का हेरफेर किया है। चार्जशीट में पुलिस की मिलीभगत कर बिचौलियों के माध्यम से नौकरशाह, राजनेताओं को रिश्वत के रूप में पैसे पहुंचाने के आरोप है। ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस जारी किया गया। जांच एजेंसियों ने आरोप पत्र में अदालत को बताया है कि रवि उप्पल ने प्रशांत महासागर में द्वीप वानुअतु का पासपोर्ट लिया है, लेकिन उसने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी है।
शुभम सोनी को जिम्मेदार ठहराया
रवि उप्पल तथा सौरभ चंद्राकर ने एक बयान में महादेव ऐप और सट्टेबाजी घोटाले में शामिल होने से इनकार किया है। दोनों ने इसके लिए शुभम सोनी को जिम्मेवार ठहराया है। इसको लेकर ईडी ने यूएई में भारतीय दूतावास से शुभम सोनी का बयान लिया है। कथित सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के साथ-साथ मुंबई पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही है।
टायर बेचते बना सट्टा किंग
गौरतलब है कि जांच एजेंसियों के शिकंजे में आए रवि उप्पल भिलाई के सुपेला दक्षिण गंगोत्री में टायर की दुकान चलता था। इसके अलावा वह नलकूप खनन का कार्य भी किया करता था। रवि का पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में बड़े पद पर थे, जो अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने काफी पैसे एकत्र कर रखें थे। रवि अपने आपको चर्चित तथा बड़ा आदमी साबित करने जगह-जगह आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पैसे दिया करता था।
कइयों को पूछताछ करने नोटिस
महादेव सट्टा एप को लेकर ईडी के अफसरों द्वारा एक बार फिर से पुलिस अफसरों के अलावा कई माननियों को नोटिस भेजे जाने की जानकारी दी है। पूर्व में ईडी ने जिन पुलिस अफसर तथा नेताओं को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किए थे, उन लोगों ने चुनावी व्यस्तता का हवाला दिया था।