प्रयागराज। योगी सरकार न केवल महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि इसे दुनिया के सबसे बड़े समागमों के लिए वैश्विक मानक के रूप में प्रस्तुत करने के लिए भी तैयार है। दो महीने तक चलने वाले इस सफल आयोजन के बाद कई महत्वपूर्ण विश्व रिकॉर्ड स्थापित होने वाले हैं, जो 2019 के कुंभ को पीछे छोड़ देंगे और अधिक से अधिक जन भागीदारी को प्रेरित करेंगे।
5 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत
2019 में रिकॉर्ड तोड़ने वाली गतिविधियों के लिए जहां 3.5 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, वहीं इस बार 5 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इन उपलब्धियों के जरिए योगी सरकार का लक्ष्य वैश्विक समुदाय को हरित और स्वच्छ महाकुंभ का एक मजबूत संदेश देना है। महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसके तहत सक्रिय जनभागीदारी के जरिए चार नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की योजना है।
सरकार ने इन रिकॉर्ड-सेटिंग गतिविधियों का समर्थन करने के लिए कुल ₹4.87 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जिसमें ₹2.25 करोड़ गतिविधि प्रबंधन के लिए और ₹1.62 करोड़ संबंधित विकास कार्यों के लिए निर्धारित किए गए हैं। 2019 के कुंभ में, ₹3.53 करोड़ से अधिक खर्च करके कई प्रमुख विश्व रिकॉर्ड बनाए गए थे। महाकुंभ 2025 के लिए, विभिन्न रिकॉर्ड-तोड़ गतिविधियों के आयोजन पर ₹1.25 करोड़ से अधिक खर्च किए जाएंगे।
कुंभ 2019 में योगी सरकार की ओर से मेला क्षेत्र में 28 फरवरी 2019 को सबसे बड़ी बस परेड का आयोजन किया गया था। प्रयागराज मेला प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की परिवहन क्षमता के कुशल प्रबंधन को प्रदर्शित करने के लिए इस गतिविधि के माध्यम से 503 बसों के बेड़े ने शानदार परेड निकाली थी, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया था। इसने अबुधाबी द्वारा बनाए गए 390 बसों के पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था। महाकुंभ 2025 में ग्रीन एनर्जी और हेल्दी इनवायर्नमेंट के प्रति जागरूकता संदेश देने के लिए एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा (ई-रिक्शा) की परेड निकालने की योजना है।
सामुदायिक भागीदारी की भावना को प्रोत्साहन
कुंभ 2019 में योगी सरकार द्वारा सर्वाधिक हैण्डप्रिंट प्रिंटिंग का रिकॉर्ड्स स्थापित किया गया था। उस दौरान 8 घंटे में 60 फीट के कैनवास पर 7,664 लोगों के द्वारा हस्ताक्षर पेंटिंग में योगदान दिया गया था। यह रिकॉर्ड एक सामुदायिक भागीदारी गतिविधि थी, जिसमें दुनिया भर के लोगों ने भाग लिया। इस गतिविधि ने दक्षिण कोरिया द्वारा बनाए गए 4675 हस्ताक्षरों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा। महाकुंभ 2025 में योगी सरकार ने इस गतिविधि में 10 हजार लोगों को सम्मिलित कर नया रिकॉर्ड स्थापित करने की योजना बनाई है।