नोएडा के सेक्टर-117 स्थित सोरखा गांव में गुरुवार दोपहर को एक मीट की दुकान में विवाद हुआ, जिसमें एक ग्राहक ने दूसरे पर चाकू से वार करने से पहले दुकान में वार कर दिया. पीड़ित मदद के लिए भागा तो आरोपी ने पीछा कर युवक पर वार किए, जब तक कि वह मर नहीं गया. पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. मेरठ का मूल निवासी शहजाद पिछले कुछ वर्षों से सोरखा गांव में किराये के घर में पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता था और कार चलाता था.
गुरुवार दोपहर दो बजे, वह गांव में बीकानेर स्वीट्स के सामने एक मीट की दुकान पर गया था, जहां एक बंगाली ग्राहक से उनका विवाद हुआ, पुलिस ने बताया. बंगाली ने दुकानदार से चाकू लेकर शहजाद के पेट में गोली मार दी, जिससे वह मौके से भागा और लोगों से मदद की मांग करते हुए चार सौ मीटर आगे जाकर तिराहे की पुलिया पर बैठ गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी ने शहजाद के पीछे गया और चाकू से तिराहे पर जाकर उसे गोद लिया, फिर दुकान पर लौटकर मीट उठाया और अपने घर की ओर चला गया.
दिनदहाड़े हुई हत्या की सूचना पर दो थानों की पुलिस पहुंची, डीसीपी रामबदन सिंह, एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र और एडीसीपी ट्विंकल जैन ने उसे अस्पताल भेजा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शहजाद तिराहे की पुलिया पर लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था और लोग वीडियो बनाते रहे. डीसीपी रामबदन सिंह ने कहा कि आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं और आरोपी की गिरफ्तारी से ही पता चलेगा कि शहजाद से झगड़ा क्यों हुआ था.
शहजाद के साले जाकिर ने बताया कि शहजाद की पत्नी सलमा फ्लैटों में खाना बनाने का काम करती है और दीपावली से पूर्व धनतेरस पर उसके जीजा आम्रपाली एक महिला की कार चलाते थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी के हाथ में लंबा चाकू था वह तिराहे की पुलिया पर तब तक चाकू मारता रहा जब तक वह मर नहीं गया. कुछ लोगों ने शहजाद को बचाने की कोशिश की शहजाद के सिर पर इतना खून था कि सभी भयभीत हो गए जब वे देखा कि आरोपी के हाथ में लंबा चाकू था.
मीट की दुकान के सामने एक मिठाई की दुकान है. दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना नहीं कैद हुई है, लेकिन शहजाद को पहला चाकू लगने के बाद भागते हुए देखा जा सकता है. पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
शहजाद को बिस्मिल्लाह मीट की दुकान पर चाकू मारने के बाद उसका मालिक गुलजार दुकान को छोड़कर भाग गया. पुलिस ने कहा कि दुकानदार ही बता सकता है कि शहजाद के आरोपी से किस बात को लेकर झगड़ा हुआ था और आरोपी कौन था, जिससे उसे पकड़ने में मदद मिलेगी.