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छत्तीसगढ़ में रेलवे पुलिस करा रही गांजा तस्करी: ACB ने बर्खास्त आरक्षकों के ठिकाने पर की छापेमारी, कैश और करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज जब्त

छत्तीसगढ़ में ACB की टीम ने गांजा तस्करी और आय से अधिक संपत्ति केस में 6 जिलों में छापेमारी की है। GRP (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) के आरक्षकों ने गांजा तस्करी की है। ACB की टीम ने छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति और गांजा तस्करी के पुख्ता सबूत जुटाए हैं।

दरअसल, ACB ने जीआरपी के 4 आरक्षक संतोष राठौर और लक्ष्मण गायन के पांडुका स्थित सिरगट्टी और मन्नू प्रजापति, सौरभ नागवंशी के मोपका स्थित घरों पर छापेमारी की है। जांच में पता चला कि ये कॉन्स्टेबल लंबे समय से ट्रेनों के जरिए से गांजा और नशीली गोलियों की तस्करी में शामिल थे। ACB ने छापेमारी के दौरान आरक्षकों के घरों से कैश, जमीन-मकान के दस्तावेज, महंगे आभूषण और संदिग्ध बैंक लेनदेन से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं। इनकी संपत्ति का मूल्य करोड़ों में आंका जा रहा है। जांच में पता चला कि संपत्तियां उनकी आय के स्रोतों से मेल नहीं खाती।

एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि, बिलासपुर में गांजा तस्करी करते पकड़े गए जीआरपी के आरक्षक मन्नू प्रजापति, सतोष कुमार राठौर और लक्ष्मण गाइन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। उनके घरों और रायपुर-बिलासपुर की 6 टीमों ने बिलासपुर, कोरबा, गरियाबंद और कोंडागांव में छापेमारी की।

तीनों आरोपियों के निवास स्थानों और अन्य जगहों से लाखों रुपए कीमती आभूषण, मकान-जमीन के दस्तावेज, कई बैंक अकाउंट और निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। दस्तावेजों का विश्लेषण और अग्रिम वैधानिक कार्रवाई जारी है। ट्रेनों के जरिए गांजे की तस्करी का यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था। ACB अब उन अन्य व्यक्तियों की पहचान में जुटी है, जो इस नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं। आरक्षकों की इन गतिविधियों ने पुलिस विभाग और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ACB के अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ ACB में अपराध क्रमांक 56 / 24, 57 / 2024 और 58/2024 धारा-13 (1) बी, 13 (2) भ्र.नि.अ. 1988 संशोधित अधिनियम 2018 के तहत आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर मामले में छानबीन जारी है। अधिकारियों ने बताया कि बरामद दस्तावेजों की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरक्षकों को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है, लेकिन गांजा तस्करी जैसे अपराधों की गंभीरता को देखते हुए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

ACB के अधिकारी ने बताया कि, 12 सितंबर को कवर्धा में बोड़ला जनपद सहायक लेखा अधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर को रिश्वत लेते पकड़ा गया था। ग्राम पंचायत आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य की किश्त निकालने के एवज में रिश्वत मांगी थी। इसके बाद 1 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।

इसी सिलसिले में उसके आनंद विहार कॉलोनी स्थित घर के अलावा कवर्धा और राजनांदगांव समेत तीन अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी गई। जहां से आरोपी और उसकी पत्नी के नाम पर कई एकड़ जमीन, प्लॉट, मकान के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही बैंक अकाउंट से संबंधित दस्तावेज, बच्चों के नाम पर किए गए निवेश से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं।

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