छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो गई है.अब मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम भी पूरा हो जाएगा. इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा एक साथ हो सकती है. बुधवार को प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने इसकी जानकारी मीडिया को दी है.
प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रि स्तरीय पंचायत चुनावों की तारीखों का सभी को इंतज़ार है. लेकिन ये इंतज़ार अब जल्द ही खत्म होने वाला है.10 दिनों के अंदर चुनाव आयोग इन दोनों की चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है. प्रदेश में इस बार इन चुनावों के तारीखों की घोषणा एक साथ होगी, लेकिन वोटिंग का दिन अलग-अलग रहेगा. इसकी जानकारी प्रदेश के डिप्टी सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने दी है.
अरुण साव ने कहा है कि नगरीय निकाय और त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो गई है. आरक्षण की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जा रही है. अब इन दोनों ही चुनावों की घोषणा एक साथ होगी. चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों का ऐलान करेगा.
अरुण साव ने ये भी कहा कि हमारी सरकार की मंशा एक साथ चुनाव की प्रक्रिया को पूरा करने की है. अलग-अलग चुनाव हुए तो लगभग 80 दिन दोनों चुनाव को मिलाकर आचार संहिता लागू होती है, एक साथ चुनाव होने से लगभग 35 दिनों के अंदर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. चुनाव का विस्तार से कार्यक्रम राज्य चुनाव आयोग घोषित करेगा. मतदान चरणों में होगा. लेकिन हम कह सकते हैं कि एक साथ चुनाव हम करा रहे हैं.
दरअसल राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाना सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम चला रहा है. 15 जवारी को अंतिम सूची प्रकाशित होगी. माना जा रहा है इसके बाद आयोग चुनाव की घोषणा कर सकता है. इधर इन दोनों ही चुनावों को लेकर प्रदेश में सरगर्मी बढ़ी हुई है. राजनीतिक पार्टियां इसके लिए हर लेवल पर तैयारी कर रही हैं. आज रायपुर में भाजपा ने इसके लिए बैठक भी रखी है.