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कुसुम प्लांट हादसा : 36 घंटे बाद हटाया जा सका साइलो, लेकिन मलबे में दबे मजदूरों की तलाश जारी, जानिए अब तक का अपडेट

मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के कुसुम स्टील प्लांट में गुरुवार को हुए हादसे के बाद करीब 36 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी था, जिसमें जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा था, लेकिन अब प्रशासन को सफलता मिली है. 80 टन का साइलो टैंक आखिरकार हटा लिया गया है, जिसके बाद मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने की कवायद तेज हो गई है. इस बीच दो मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इसके साथ ही एक और मजदूर की तलाश जारी है. वहीं मजदूरों के परिजनों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी है और उन्होंने बचाव कार्य में देरी पर आपत्ति जताई है.

घटना की गंभीरता को देखते हुए देर रात मौके पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी घटनास्थल पर पहुंचे थे. उन्होंने मजदूरों के परिजनों की हर संभव मदद के साथ ही मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.

कुसुम स्मेल्टर्स प्राईवेट लिमिटेड पॉवर प्लांट में गुरुवार को दोपहर 01:09 बजे के करीब भारी साइलो ( भंडारण टैंक) अचानक गिर गया. हादसे में 4 मजदूर साइलो टैंक की चपेट में आने से नीचे दब गए. मौके पर एक मजदूर मनोज कुमार धृतलहरे का रेस्क्यू कर उसे इलाज के लिए बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. वहीं देर रात करीब साढ़े 11 बजे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन ने भारी साइलो को हटा लिया और मलबे के नीचे दबे दो मजदूरों का शव बरामद किया गया.

वहीं एक और मजदूर की तलाश जारी है. फिलहाल जिन दो मजदूरों का शव मिला है उनकी शिनाख्ती की जा रही है. लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. हादसे के बाद मामले में कुसुम प्लांट के ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया और अन्य प्रबंधक के विरुद्ध अपराध क्रमांक 02/25 धारा 106(1),289,3(5) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है. प्रकरण में विवेचना जारी है.

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