महादेव सट्टा एप के मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर के पार्टनर रवि उप्पल की दुबई में गिरफ्तारी के बाद इंटरपोल से सौरभ के भी दुबई में नजरबंद किए जाने की बात सामने आई है। सौरभ के नजरबंद होने की अब तक किसी भी तरह से अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। गौरतलब है कि सौरभ चंद्राकर तथा रवि उप्पल के खिलाफ ईडी की विशेष अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद ईडी ने दोनों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करवाकर इंटरपोल से मदद मांगी। सूत्रों के मुताबिक सौरभ चंद्राकर को इंटरपोल ने नजरबंद किया है।
सूत्रों के मुताबिक सौरभ चंद्राकर को दुबई पुलिस की मदद से इंटरपोल ने मंगलवार को उसके घर पर नजरबंद किया है। बताया जा रहा है, इंटरपोल ने दुबई पुलिस की मदद से सौरभ चंद्राकर के घर बाहर दरवाजे पर ताला लगा दिया है। साथ ही दुबई पुलिस सौरभ के घर के बाहर निगरानी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक महादेव सट्टा एप से जुड़े दो अन्य को भी दुबई में नजरबंद किया गया है। सौरभ के नजरबंद होने के संबंध में ईडी के वकील डॉ. सौरभ पाण्डेय से संपर्क किया गया, तो उनका कहना है कि सौरभ के नजरबंद होने की अधिकृत तौर पर पुष्टि होने के पहले वे किसी तरह से टिप्पणी नहीं करेंगे।
बचने के लिए रवि उप्पल ने रची थी साजिश
सूत्रों के मुताबिक महादेव सट्टा एप के एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल को दुबई में अपनी गिरफ्तारी का पूर्व में अंदेशा हो गया था, इसलिए उसने दुबई में जानबूझकर मोटर व्हीकल एक्ट के नियम का उल्लंघन किया। मोटर व्हीकल एक्ट के नियमों के उल्लंघन के आरोप में दुबई पुलिस ने रवि को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया।
शीतकालीन अवकाश के बाद भारत लाने की तैयारी
रवि उप्पल को भारत लाने के सवाल पर ईडी के वकील का कहना है कि रवि को जल्द से जल्द भारत लाया जाए। इसके लिए प्रक्रिया की जा रहा है। रवि के खिलाफ ईडी ने जो चार्जशीट तैयार की है, उस आधार पर संबंधित न्यायलयीन प्रक्रिया पूरी करने के बाद इंटरपोल को दस्तावेज भेजा जाएगा। उक्त प्रक्रिया कोर्ट के शीतकालीन अवकाश समाप्त होने के बाद ही संभव है।
सौरभ के खिलाफ रायपुर सहित भिलाई में मामले दर्ज
सौरभ चंद्राकर के खिलाफ रायपुर और भिलाई के अलग-अलग थानों में अवैध तरीके से ऑनलाइन सट्टा संचालित करने सहित ठगी के अपराध दर्ज हैं। सौरभ के खिलाफ सिविल लाइंस, तेलीबांधा, खमतराई तथा गुढ़ियारी थाने में फर्जी तरीके से अकाउंट खुलवाने के आरोप में ठगी के अपराध दर्ज हैं। इसके साथ महादेव सट्टा एप के अलग-अलग थानों में दर्ज प्रकरण में सौरभ चंद्राकर तथा रवि उप्पल के नाम का उल्लेख है।
स्थानीय स्तर पर सट्टा शुरू कर देशव्यापी बनाया
गौरतलब है, सौरभ चंद्राकर तथा रवि उप्पल ने महादेव सट्टा एप की शुरुआत कोराना संक्रमण काल में वर्ष 2021 में स्थानीय स्तर पर शुरू की थी। पैसों की बढ़ती आवक के बाद दोनों आरोपियों ने ऑनलाइन गेमिंग सट्टा एप को देशव्यापी बनाते हुए देश के अलग-अलग राज्यों में विस्तार किया। इसके बाद सौरभ तथा रवि दुबई चले गए और वहां से बैठकर सट्टा संचालित करने लगे। सट्टे की रकम को मनी लांड्रिंग तथा हवाला के माध्यम से ट्रांसफर करने का काम किया।