27 अप्रैल, 2019 को फ्लाइट नंबर ईके 501 से मुंबई से वाया दुबई होते हुए कनाडा की यात्रा की, इसी तरह चार मई 2019 को फ्लाइट नंबर ईके 502 से भारत वापसी का मुद्दा आज भी जांच का विषय है लेकिन स्वास्थ्य विभाग का सहायक ग्रेड -1 कर्मचारी मदन विश्वकर्मा एक बार नहीं बल्कि 6बार विदेश घूम आया और विभाग के गोपनीय दस्तावेज को देश के बाहर आदान प्रदान के मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। कोई भी शासकीय कर्मचारी पहले तो विभाग के कर्मचारी होने के प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए बगैर पासपोर्ट नहीं बनवा सकता है। इस कर्मचारी के द्वारा पहले तो विभाग को सूचना दिए बगैर पासपोर्ट बनवाने की जानकारी है।
शासकीय कर्मचारी को विदेश जाने से पहले मंत्रालय से विधिवत लिखित अनुमति लेना अनिवार्य है। विदेश जाने की स्थिति में मुख्यालय छोड़ने के लिए विभाग से लिखित स्वीकृति अनिवार्य होती है। इसके अलावा विदेश जाने के लिए राशि कहां से उपलब्ध कराई गई हैं। अनिल टुटेजा द्वारा सिर्फ एक बार की विदेश यात्रा को ईडी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट गंभीरता से ले रहे है लेकिन मदन विश्वकर्मा सेसंबंधित विभाग के द्वारा उच्च अधिकारियों को गुमराह किया जा रहा है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भाजपा के संगठन द्वारा ई ओ डबल्यू को लिखित शिकायत कर जांच की मांग की जा रही है