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216 करोड़ के राशन घोटाले को लेकर सदन में हंगामा,विधायको का दल करेगा जांच

बजट सत्र के दूसरे दिन पिछले शासन काल में हुए 600 करोड़ रुपए के राशन घोटाले के मामले में विधानसभा में जबर्दस्त हंगामे के बीच जांच के लिए विधायको की समिति बना कर जांच की घोषणा हो गई है। बजट सत्र के दूसरे दिन प्रश्न काल में धरमलाल कौशिक ने तारांकित प्रश्न के माध्यम से उठाये गए प्रश्न के संबंध में जानकारी मांगी। धरम लाल कौशिक ने राशन दुकानों में दो महीने पूरा कोटा देने के बाद बचत मात्रा को घटा कर न देने के लिए जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही का प्रश्न पूछा।

प्रश्न के जवाब में खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने विभाग के अधिकारियों का लिखा जवाब पढ़ने से आक्रोशित हो गए। विधान सभा में सत्ता दल के अजय चंद्राकर,राजेश मूड़त ने जानकारी दिया कि केवल राशन चांवल गुड शक्कर में ही नहीं बल्कि कोरोनाकाल में प्रधान मंत्री अन्न योजना का भी चांवल की गड़बड़ी की गई है। अजय चंद्राकर ने पिछले विधान सभा में पूर्व खाद्य मंत्री ने जवाब देने की तारीख निर्धारित की थी लेकिन कोई जवाब नही आया था की जानकारी देते हुए घोटाले को दबाने की बात कहते हुए जांच की मांग की।

खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने स्वीकार किया कि प्रदेश की पांच हजार राशन दुकानों में चावल ,चना और गुड़ के स्टॉक में बचत केवल कागज में है वास्तव में स्टॉक है नही । ये अनियमितता हुई है।इस खाद्यान्न की दो अरब उन्नीस करोड़ बताई गई । घोटाले के लिए। सचिव,संचालक, अपर संचालक सहित खाद्य एन आई सी सहित खाद्य विभाग, नान ,परिवहन कर्ता सहित राशन दुकानदारो की जांच होगी जिसमे उनसे घोषणा पत्र के स्टॉक सहित नान से आवक जावक,बिक्री के संबंध में जानकारी ली जाएगी।

अधिकारियो से नियम का पालन करने और राशन दुकान में दो माह के बचत को घटा कर न देने के लिए जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी। बाजार से चावल खरीद कर रखने का कोई निर्देश नहीं है,किसके कहने पर बाजार से चांवल खरीदा गया इसके बाद सदन की समिति घोटाले के संबंध में जिम्मेदारी तय करेगी और जांच निष्कर्ष पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही की अनुशंसा करेगी। आवश्यक वस्तु अधिनियम में राशन के अनाज की हेराफेरी करने वालो को। सात साल की सजा का प्रावधान है.

धरम लाल कौशिक ने राशन दुकानों के गोदामों की क्षमता से तिगुना चौगुना राशन देने के मामले में जब संचालनालय के अधिकारियों के जिम्मेदारी की बात पूछी तो खाद्य मंत्री ने बताया कि पूर्व संचालक के निर्देश के कारण घोटाला हुआ है। धरम लाल कौशिक ने बाजार से अनाज खरीद कर राशन दुकानों में रखवाने संबंधी आदेश की प्रति सदन में रखने की माग और कम्प्यूटर सिस्टम से घोषणा पत्र गायब कराने के मामले को घोटाले के सबूत मिटाने की कार्यवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध किए जाने वाली कार्यवाही की मांग की। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने अपने ही दल के मंत्री को अरबों रुपए के राशन घोटाले के लिए जिम्मेदार अधिकारियों का नाम जानना चाहा।

राजेश मूणत ने रायपुर के पूर्व खाद्य नियंत्रक के विरुद्ध रिश्वत लेने का जिक्र करते हुए पांच पांच लाख रुपए के चांवल की कालाबाजारी करने वालो को छह हजार रुपए जुर्माना कर दुकान बहाल करने का खुलासा किया। सदन में घोटाले के लिए जिम्मेदार संचालनालय के अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही और घोटाले के लिए जांच की लगातार मांग किए जाने पर संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधायको की समिति बना कर जांच करवाए जाने की घोषणा कर दी। जिसका भारतीय जनता पार्टी के विधायको ने मेज थपथपा कर स्वागत किया।

पिछले सरकार के बजट सत्र में 600करोड़ रूपये के राशन बचत घोटाले का मामला वर्तमान विधान सभा अध्यक्ष डा रमन सिंह के द्वारा उठाया गया था जिसका उत्तर देते हुए पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जांच करा कर सदन में जानकारी देने का आश्वासन दिया था लेकिन जानकारी नहीं दी गई थी।
विधायको द्वारा इसे सदन का अवमानना का मामला बताते हुए इस पर व्यवस्था देने की मांग की।पिछले सरकार के बजट सत्र में 600करोड़ रूपये के राशन बचत घोटाले का मामला वर्तमान विधान सभा अध्यक्ष डा रमन सिंह के द्वारा उठाया गया था जिसका उत्तर देते हुए पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जांच करा कर सदन में जानकारी देने का आश्वासन दिया था लेकिन जानकारी नहीं दी गई थी। विधायको द्वारा इसे सदन का अवमानना का मामला बताते हुए इस पर व्यवस्था देने की मांग की। विधान सभा द्वारा शीघ्र ही समिति के सदस्यो का चयन कर कार्यवाही प्रारंभ किया जाएगा. विधान सभा द्वारा शीघ्र ही समिति के सदस्यो का चयन कर कार्यवाही प्रारंभ किया जाएगा

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