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शराब घोटाला मामले में रायपुर, दुर्ग, कोरबा तथा बिलासपुर में 13 ठिकानों में रविवार को तड़के छापे

दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में ईडी के बाद ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम रायपुर, दुर्ग, कोरबा तथा बिलासपुर में 13 ठिकानों में रविवार को तड़के छापे की कार्रवाई करने पहुंची है। जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई की गई है उनमें तीन पूर्व आईएएस अफसर के अलावा कारोबारी, उत्तरप्रदेश, नोएडा स्थित होलोग्राम बनाने वाली कंपनी के अलावा डिस्टलरीज शामिल है। जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई की गई है, उन लोगों के खिलाफ ईओडब्लू तथा एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अलावा आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत अपराध दर्ज की है।

ईओडब्लू, एसीबी द्वारा जारी बयान के मुताबिक 13 अलग-अलग टीम बनाई गई। सभी 13 टीम का नेतृत्व राजपत्रित अफसर कर रहे थे। जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई की गई उनमें आबकारी विभाग के तत्कालीन विशेष सचिव भिलाई निवासी अरूणपति त्रिपाठी, पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास, कोरबा निवासी सहायक आबकारी आयुक्त सौरभ बख्शी, सेवानिवृत्त आईएएस अफसर अनिल टूटेजा, विवेक ढांढ, आबकारी अधिकारी अशोक कुमार सिंह के अलावा कारोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, बिलासपुर स्थित वेलकम डिस्टलरीज में राजेंद्र जायसवाल के कार्यलय, नोएडा में होलोग्राम बनाने वाली कंपनी मेसर्स विधु गुप्ता, बिलासपुर, सारागांव स्थित मेसर्स भाटिया वाईन मर्चेंट में भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, दुर्ग, कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी में नवीन केडिया तथा रायपुर, स्वर्ण भूमि स्थित टॉप सिक्युरिटीज में सिद्धार्थ सिंघानिया के ठिकानों में ईओडब्लू, एसीबी ने दबिश दी है।

ईडी के पत्र के आधार पर कार्रवाई
जिन लोगों के यहां ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम छापे की कार्रवाई करने पहुंची है। उन लोगों के यहां पिछले वर्ष ईडी ने छापे की कार्रवाई की थी। ईडी ने शराब घोटाले में करोड़ों रुपए के मनी लांड्रिंग होने की सूचना पर छापे की कार्रवाई की थी, तब जांच के दौरान ईडी को शराब घोटाले में अफसर, कारोबारियों द्वारा धोखाघड़ी के अलावा पद के दुरुपयोग कर घोटाला होने के दस्तावेज मिले थे। इसके बाद ईडी ने राज्य की एजेंसी को दस्तावेज सौंपते हुए पत्र लिखकर कार्रवाई करने अनुशंसा की थी। इसी आधार पर राज्य की जांच एजेंसी छापे की कार्रवाई की है।

घर में नहीं मिले एपी त्रिपाठी
शराब घोटाले में जमानत मिलने के बाद से एपी त्रिपाठी गायब है, ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम तड़के त्रिपाठी के घर पहुंची तो वे घर में नहीं मिले। इसके बाद वहां जांच एजेंसी के अफसरों ने घर की निगरानी के लिए जवान तैनात कर एपी त्रिपाठी का आने का इंतजार कर रहे हैं।

दस्तावेजों की कर रहे जांच
ईडी, ईओडब्लू के अफसर जिन लोगों के यहां छापे की कार्रवाई करने पहुंची है, उन लोगों के यहां से अफसर दस्तावेज अपने कब्जे में लेकर जांच कर रहे हैं। दस्तावेज किस प्रकार के हैं, इस बात की अब तक पुष्टि नहीं हुई है। छापे की कार्रवाई को लेकर ईओडब्लू तथा एसीबी के अफसर काफी गोपनियता बरत रहे हैं।

छापे की किसी को भनक नहीं लगने दी
छापे की कार्रवाई करने के पहले ईओडब्लू तथा एसीबी की टीम ने होम वर्क किया। इसके बाद कार्रवाई करने कोर्ट से अनुमति ली। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद अफसरों को रायपुर बुलाया गया। अफसरों के आने की किसी को सूचना न मिल पाए इसलिए उनके आउटर में रुकने की व्यवस्था की गई। साथ ही कार्रवाई वाले दिन टीम को माना स्थित पुराने एयरपोर्ट के पास बुलाया गया और टीम को जिनके यहां छापे की कार्रवाई करने भेजा गया उन लोगों के नाम एक सिलबंद लिफाफे में दिया गया।

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