भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मोहन यादव सरकार के मंत्री के बेटे की गुंडागर्दी सुर्खियों में है. मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के h बेटे अभिज्ञान पटेल के खिलाफ मारपीट का मामला भी दर्ज हो गया है. दरअसल मंत्री के बेटे अभिज्ञान ने 29 मार्च की रात जमकर हंगामा मचाया. उसने पहले सड़क हादसे के बाद बाइक सवार युवक के साथ भी मारपीट की. उसके बाद जब मार खाने वाला शख्स कैफे में छिपा तो मंत्री के बेटे ने कैफे संचालक महिला और उसके पति के साथ भी मारपीट की. इस हंगामे की सूचना पर जैसे ही पुलिस पहुंची तो मंत्री का बेटा और उसके दो दोस्त फरार हो गए.
पुलिस अभिज्ञान को लेकर थाने पहुंची और पूछताछ करने लगी. इस बीच मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी थाने पहुंच गए. मंत्री पटेल ने उल्टे पुलिस पर अपने बेटे के साथ मारपीट करने का आरोप लगा दिया. इस घटना का ऐसा वीडियो भी सामने आया जिसमें मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल पुलिस को अपना राजनीतिक रसूख दिखा रहे हैं. वे पूरे थाने के स्टाफ को सस्पेंड करने की बात कह रहे हैं. अब शाहपुरा थाने में दूसरे पक्ष के खिलाफ भी काउंटर एफआईआर दर्ज हुई है. इससे साथ-साथ चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है.
प्रदेश में गर्माई राजनीति, कांग्रेस ने लगाया आरोप
अब यह मामला उछल गया है. लोकसभा चुनाव के मौसम में नेतापुत्र मारपीट के इस मामले में राजनीति भी गर्मा गई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस पर दबाव बनाया गया. जीतू पटवारी रेस्टोरेंट संचालक दंपति और अन्य युवक को लेकर थाने पहुंचे और कहा कि सरकार में मंत्री के परिवार के लोगों ने आतंक मचाया. रेस्टारेंट संचालक मार्टिन ने बताया कि उन्होंने मुझे कहा कि हम मंत्री के बेटे हैं. तुम अब रेस्टोरेंट चलाओ. हम तुम्हें गायब करवा देंगे. थाने में भी मंत्री के बेटे ने हमारे साथ अभद्रता की है. महिला का कहना है कि नशे में कई लड़के-लड़कियां गाड़ी में थे. मैंने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई. मेरे पति के ऊपर जानलेवा हमला किया. इसके बावजूद भी पुलिस ने मंत्री के बेटे पर आईपीसी धारा 307 धारा नहीं लगाई.
बीजेपी-कांग्रेस ने क्या कहा
मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि एमपी सरकार के मंत्री के बेटे ने आतंक मचा दिया. बेटा खुला घूम रहा है. मंत्री थाने में आए और चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि गुंडागर्दी करने का किसी को अधिकार नहीं है. दूसरे पक्ष को भी नहीं. कानून अपना काम कर रहा है. जिसने गलत किया होगा उस पर प्रशासन गंभीरता से निर्णय करेगा.
पुलिस ने कही ये बात
एसीपी मयूर खंडेलवाल ने कहा कि रेस्टारेंट के मालिक दंपत्ति ने शिकायत की है कि उनके साथ अभिज्ञान पटेल और अन्य लड़कों ने मारपीट की. उन पर मुकदमा दर्ज हुआ है. चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है. कारण ये है कि अभिज्ञान पटेल का आरोप था कि पुलिसकर्मियों के द्वारा उनके साथ थाने में मारपीट की गई. जांच के बाद कार्रवाई में जो निष्कर्ष निकलेगा तो फिर धाराएं भी बढ़ेगीं.