Breaking News

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: शुभम लोणकर के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी, मुंबई पुलिस अब तक खाली हाथ

Shubham Lonkar: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में मुंबई पुलिस ने फरार आरोपी शुभम लोणकर के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। पुलिस लगातार शुभम सहित अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। हत्याकांड के बाद से ही शुभम फरार है और पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिला है। इसके बाद ही अब उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करना पड़ा है।

पुलिस के रडार पर था शुभम लोणकर
बता दें कि हत्यारोपियों में से एक शुभम लोणकर 24 सितंबर तक पुलिस रडार पर था। उससे अप्रैल में अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की एक घटना के संबंध में जून में पूछताछ की गई थी। शुभम लोणकर को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट पुलिस स्टेशन में दर्ज शस्त्र अधिनियम मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उस मामले में 10 से अधिक आग्नेयास्त्र बरामद किए थे।

लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के साथ संपर्क
शुभम का लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के साथ संपर्क पाया गया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि तब से वह पुलिस के रडार पर था, लेकिन 24 सितंबर को उसका पता नहीं चला। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी व्यक्ति स्नैपचैट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करके एक-दूसरे से बातचीत करते थे। उन्होंने कहा कि शुभम को मोबाइल फोन ऐप्स के बारे में अच्छी जानकारी थी। अधिकारी ने कहा, उसने हत्या की साजिश में शामिल सभी सदस्यों को निगरानी से बचने के लिए इंस्टाग्राम के जरिए बात करने और स्नैपचैट के जरिए चैट करने के लिए कहा था।

बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में कई नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मुंबई पुलिस के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक की जांच में सामने आया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की पूरी साजिश तीन महीने पहले पुणे में ही रची गई। बहराइच से गिरफ्तार चौथा आरोपी हरीश, शूटर धर्मराज का चचेरा भाई है। हरीश पिछले 9 साल से पुणे में रह रहा था। लोणकर बंधुओं ने शूटर्स के लिए तकरीबन 2 लाख रुपये हरीश के जरिए ही भिजवाए थे। हरीश ने ही शूटर्स को किराए का मकान और एक बाइक मुहैया करवाई थी। हरीश ने शूटर्स को दो मोबाइल खरीदकर दिए थे। शूटर्स मैसेज के लिए सिग्नल और स्नैपचैट और कॉल के लिए टेलीग्राम ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यूट्यूब वीडियो देखकर पिस्तौल चलाने की ऑनलाइन ट्रेनिंग ली थी। हालांकि पुलिस उनके इस बयान पर पूरी तरह यकीन नहीं कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *