छत्तीसगढ़ में भाजपा शासन के आने के बाद रायपुर सहित प्रदेश के जेलो के भीतर चल रहे अवैध सुविधा और अधिकारियो द्वारा शासन की छवि धूमिल करने की शिकायत सुर्खियों में आ गई थी। कोयला,शराब, डीएमएफ , महादेव सट्टा में सालो से बंद अफसरों को मिल रही वीआईपी सुविधा की शिकायत गृह और जेल मंत्री विजय शर्मा तक लगातार पहुंच रही थी। पिछले दिनों गृह मंत्री के ओचक निरीक्षण के बावजूद सुधार होने के बदले आदतन धूर्त जेल अधिकारी ये बात फैला रहे थे कि ये सब दिखावा रेट बढ़ाने के लिए है।
जेल के भीतर बीमार बन कर जिला अस्पतालों में भर्ती होकर बंदी और बंदीन घर जाने लगी थी। सूत्रो के अनुसर डनलप के गद्दे, महंगे चादर ,रजाई, घर का खाना, 3 पेनड्राइव सब उपलब्ध था। शासन बदलने पर थोड़ी सख्ती हुई लेकिन जेल अधिकारी बाज नहीं आए। आज 100 पुलिस जवानों के साथ डीजी जेल राजेश मिश्रा, कलेक्टर एस पी रायपुर सेंट्रल जेल के पुरुष और महिला जेल में दाखिल हुए। चप्पे चप्पे की जांच के साथ साथ वीआईपी बंदियों के बारे में विशेष पूछताछ की गई । थोड़े दिनों पहले ही ट्रेनी जेल अधिकारी को वीआईपी बंदियों की सूचना बाहर देने के नाम पर सस्पेंड किया गया है। महिला जेल का अधीक्षक भी इसी कतार में है