स्किन कैंसर के इलाज में एक क्रांतिकारी मोड़ आ सकता है. विश्व का पहला व्यक्तिगत रूप से निर्मित mRNA कैंसर का टीका, जिसे मेलेनोमा के इलाज के लिए बनाया गया है, ब्रिटेन में मरीजों पर टेस्ट किया जा रहा है. यह ‘गेमचेंजर’ टीका न केवल मेलेनोमा बल्कि भविष्य में ब्लैडर, फेफड़े और किडनी के कैंसर को रोकने में भी मददगार हो सकता है.
परीक्षण के राष्ट्रीय समन्वयक डॉक्टर हीथर शॉ ने कहा, “वैक्सीन में मेलेनोमा से पीड़ित लोगों को ठीक करने की क्षमता है और फेफड़े, मूत्राशय और गुर्दे सहित अन्य कैंसर में इसका परीक्षण किया जा रहा है. हमारा अंतिम लक्ष्य कैंसर के रोगियों को स्थायी रूप से ठीक करना है. मुझे उम्मीद है कि इसके नतीजे इम्यूनोथेरेपी में अभूतपूर्व होंगे.
कैसे रहे वैक्सीन के पहले परीक्षणों के नतीजे?
वैक्सीन के दूसरे चरण के परीक्षण में पाया गया था कि इसने मेलेनोमा (त्वचा कैंसर का एक प्रकार) के रोगियों में कैंसर के दोबारा लौटने का खतरा नाटकीय रूप से कम कर दिया है. दूसरे चरण के नतीजों में सामने आया था कि गंभीर उच्च जोखिम वाले त्वचा कैंसर से पीड़ित जिन मरीजों को इम्यूनोथेरेपी के साथ ये वैक्सीन लगाई गई थी, उनमें मरने की संभावना लगभग आधी हो गई थी.
तीसरे चरण के परीक्षण के बारे में क्या पता है?
वैक्सीन के तीसरे और अंतिम चरण के परीक्षण का नेतृत्व यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स (UCLH) द्वारा किया जा रहा है. तीसरे चरण के परीक्षण में अलग-अलग तरह के करीब 1,100 रोगियों को शामिल किया जाएगा. यूनाइटेड किंगडम (UK) में ही लंदन, मैनचेस्टर, एडिनबर्ग और लीड्स जैसी 8 शहरों में 60 से 70 मरीजों पर परीक्षण किया जाएगा. द गार्जियन से बात करते हुए परीक्षण में शामिल एक शख्स ने कहा, “मैं वास्तव में बहुत उत्साहित हूं.