ग्वालियर/इंदौर/भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पूर्व मंत्री इमरती देवी पर बयान दिया था. ये बयान वायरल होने के बाद अब पटवारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. एक तरफ उनके खिलाफ बीजेपी ने कई जगह प्रदर्शन किए, तो दूसरी तरफ उन पर एफआईआर दर्ज हो गई है. ये एफआईआर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने दर्ज कराई है. उन्होंने डबरा थाने में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने जीतू पटवारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया है. बता दें, 2 मई को मीडिया के एक सवाल के जवाब में जीतू पटवारी ने कहा, ‘इमरती देवी का रस खत्म हो गया है. जो अंदर चाशनी होती है, उनके लिए खत्म हो गई है.’
इस वाकये के बाद पूर्व मंत्री इमरती देवी ने भी वीडियो जारी कर अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों के लिए मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि उन्हें सद्बुद्धि दे. एक दलित महिला के बारे में ऐसा बोलना शोभा नहीं देता है. मैं कुछ ज्यादा नहीं बोलना चाहती, क्योंकि उन्होंने मुझे सदैव बड़ी बहन कहा है. भगवान ने उनकी बुद्धि खराब कर दी है, इसलिए ऐसा बोल रहे हैं. इमरती देवी ने कहा कि वह तो बहुत छोटे हैं. उनके बड़े नेता कमलनाथ मुझे आइटम कहते हैं, दिग्विजय सिंह टंच माल कहते हैं. कांग्रेसी तो शुरू से ऐसे ही बोलते आ रहे हैं. मैं एसपी के पास जाऊंगी, एफआईआर कराऊंगी. उन्हें छोडूंगी नहीं. इमरती को इतना सस्ता न समझें कि कभी भी कुछ भी बोल दें. मैं अपनी सरकार से भी कहूंगी कि मुझे न्याय दो.
बीजेपी ने खटखटाया निर्वायन आयोग का दरवाजा
इस मामले में प्रदेश में बवाल मच गया. भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने निर्वाचन आयोग पहुंचा. इस प्रतिनिधिमंडल में भोपाल महापौर मालती राय, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष सीमा सिंह. प्रवक्ता और वकील गुंजन चौकसे शामिल थीं. उन्होंने जीतू के खिलाफ अभद्र भाषा मामले में कार्रवाई की मांग की. पटवारी के विवादित बयान पर पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा कि पटवारी महिलाओं के प्रति कांग्रेस की घटिया सोच को दर्शा रहे हैं. कांग्रेसियों द्वारा महिलाओं के अपमान पर कब बोलेंगी सोनिया और प्रियंका गांधी?
इंदौर-बैतूल में विरोध प्रदर्शन
इस मामले को लेकर इंदौर और बैतूल में प्रदर्शन हुए. बीजेपी की महिला मोर्चा ने बिजलपुर स्थित जीतू पटवारी के घर का घेराव किया. बैतूल के घोड़ाडोंगरी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी के काफिले को रोका. उन्होंने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया.