Kadambari Jethwani : बिना उचित जांच के मुंबई की एक्ट्रेस एवं मॉडल कादंबरी जेठवानी को गिरफ्तार करने और उन्हें प्रताड़ित करने पर आंध्र प्रदेश सरकार ने तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वाले अधिकारियों में एक पुलिस महानिदेशक भी हैं। एक सरकारी आदेश के मुताबिक, पूर्व खुफिया प्रमुख पी. सीताराम अंजनेयुलु (महानिदेशक रैंक), विजयवाड़ा के पूर्व पुलिस आयुक्त कांथी राणा टाटा (महानिरीक्षक रैंक) और तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (विजयवाड़ा) विशाल गुन्नी (पुलिस अधीक्षक रैंक) को अभिनेत्री के कथित उत्पीड़न में उनकी भूमिका का खुलासा होने के बाद निलंबित कर दिया गया।
दावा-अभिनेत्री को धमकी दी
अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि पिछली सरकार के दौरान पुलिस अधिकारियों ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर उन्होंने मुंबई में निगम के एक शीर्ष अधिकारी के खिलाफ दर्ज मामला वापस नहीं लिया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अभिनेत्री को इस वर्ष की शुरुआत में पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान पार्टी के एक नेता को उस शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।
अभिनेत्री को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया
आरोप है कि तत्कालीन खुफिया प्रमुख ने दो अन्य अधिकारियों को अभिनेत्री को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया, हालांकि उस तारीख तक उनके खिलाफ कोई अपराध दर्ज नहीं हुआ था। सरकारी आदेश के मुताबिक, रिकॉर्ड के अनुसार अभिनेत्री के खिलाफ प्राथमिकी दो फरवरी को सुबह 6:30 बजे दर्ज की गई थी, जबकि अंजनेयुलु ने प्राथमिकी दर्ज करने से पहले 31 जनवरी को ही कांथी राणा टाटा और विशाल गुन्नी को निर्देश दिए थे। अभिनेत्री ने हाल ही में कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया और उन्हें परेशान किया गया।
40 दिनों तक अवैध रूप से हिरासत में रखने का आरोप
जेठवानी जो कि मुंबई में रहती हैं, उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें और उनके परिवार को अपमानित किया और अवैध तरीके से हिरासत में रखा। मॉडल का आरोप है कि उन्हें अपने परिवार के साथ 40 दिनों से ज्यादा समय तक न्यायिक हिरासत में रहना पड़ा। जेठवानी के वकील एन श्रीनिवास का आरोप है कि अभिनेत्री और उनके परिवार को फंसाने के लिए विद्यासागर ने भूमि दस्तावेजों को गलत तरीके से पेश किया। यहां तक पुलिस ने जमानत अर्जी दायर करने के लिए उन्हें कई दिनों तक इजाजत नहीं दी।