खाद्य विभाग में छः सौ करोड़ के राशन घोटाले के लिए जिम्मेदार अधिकारी का नया नामकरण हो गया है। राशन दुकानदारों को एफ आई आर, पैसे की वसूली से बचाने लिए राजधानी में एक गैंग काम कर रहा है। एक राशन दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रदेश भर के राशन दुकानदारो को इस बात की गारंटी दी जा रही है कि हर महीने निश्चित राशि पहुंचाने पर विधान सभा जांच समिति को दी जाने वाली जानकारी में बचा दिया जायेगा।
खाद्य संचालनालय एन आई सी में जुगाड का आश्वाशन मिल चुका है जिसमे राशन दुकानों में अनाज,शक्कर, आदि के घोटाले की मात्रा को एडजस्ट कर दिया जायेगा। प्रदेश के वर्तमान और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस शासन काल में 600करोड़ रुपए के राशन घोटाले का विधान सभा में मुद्दा उठाया था। जिसके चलते विधान सभा समिति के द्वारा जांच हो रही है। जांच समिति ने राशन घोटाले की जांच के लिए जानकारी मांगी है।
जानकारी देने में जिम्मेदार अधिकारियों के हाथ पांव फूल रहे है खाद्य संचालनालय का एक जिम्मेदार अधिकारी अपने को बचाने के लिए मैदानी अमले सहित राशन दुकानदारो को जिम्मेदार बता रहे हैं। इस अधिकारी को “चचा” नाम दिया गया है। जिला स्तर पर राशन दुकानदार संघ द्वारा बकायादा व्हाटसअप ग्रुप बनाकर एक निश्चित राशि चचा को देने के लिए मांगी गई है और पचास से अधिक दुकानदारों ने सहमति भी दी है। ये राशि हर महीने इकट्ठी किए जाने की सूचना है। राशि इकट्ठी करने के लिए कलेक्टर ऑफिस के गार्डन को स्थान तय किया गया है । बताया जा रहा है कि प्रदेश में तेरह हजार राशन दुकानों से पैसे इकट्ठे कर चचा को दिया जाएगा,जो विधान सभा जांच समिति में घोटालेबाज राशन दुकानदारो के घोटाले को तकनीकी त्रुटि बताकर बचाव करेगा।