नया काम करने के पहले पुराने घरों और सामानें को चमकाने का रिवाज अपने देश में हैं। ऐसे में नई सरकार बने तो अपने आसपास के लोगों को बदलकर नया रूप दिया जाए तो कोई आश्चर्य नहीं हैं। भाजपा की नई सरकार को शपथ लिए एक सप्ताह से ज्यादा हो गया। अब अफसरों के कुनबे पर नजर डाली गई है। सीएम ने अपने घर से शुरूआत कर पांच लोगों की नियुक्ति कर 10 लोगों को बाहर कर दिया। पुराने सरकार के इन अफसरों की कारगुजारियों के आधार पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया। सीएम निवास के सभी ओएसडी को बदल दिया गया। इनमें से मरकाम से लेकर प्रधान ने कई लोगों के साथ खेल किया। लेनदेन से लेकर पोस्टिंग और भर्ती में अपना जेब भरने का प्रयास किया गया। पहली खेप में बड़े लोगों को साफ किया गया है। अब दूसरी खेप में सीएम अपना घर सवारने केबाद इन अफसरों के विभागों को भी देखेंगे। आईएएस और राज्य सेवा के इन अफसरों के बाद अब आईपीएस और राज्य पुलिस सेवा के अफसरों की बारी है। यहां पर ज्यादा कालिख पोतने वाले काम करने वाले हैं। पुलिसिया लहजे में कहा जाए तो वसूली बाजों की बारी है।
परिवहन से लेकर इओडब्ल्यू के माध्यम से रैकेट चलाने वाले इन अफसरों की पूरी कुंडली तैयार हो गई है। इंतजार केवल मंत्रियों के शपथ का है, उसके बाद ताबड़तोड़ निशानी लगाना शुरू होगा। वैसे गोलियां कम हैं, लेकिन निशाना अधिक लोगों पर लगाना है, ऐसे में उनसे पूछा जा सकता है कि अब तेरा क्या होगा कालिया। वैसे शोले फिल्म के अंदाज में शोला बरसाया गया तो इनका हाल तो बूरा होना तय है, लेकिन संघ के दरवाजे जाकर कई लोग अपने गुनाह को कम आंकने का अनुनय विनय कर चुके हैं, पर उन लोगों ने भी देखा कि कैसे पानी पी-पीकर अपने लोगों को तडफाया गया। कई तो ऐसे हैं जो कालापानी भेजने के लायक हैं। यहां पर हुए तीन बड़े घोटालों में करोड़ों वसूलने वाले बैठे हैं। यहांं पर दिक्कत यह हो रही है कि आईएएस कम है उनसे ही काम लेना है, ऐसे में उन लोगों का इंतजार है जो अपने कठिन समय में भी सयमित रहे। पार्टी के रणनीति कार उन सभी काले कारनामा करने वालों की सूवी भेज चुके हैं। जल्द ही विभाग वार औश्र जिला कलेक्टर और कप्तानों की सूची सामने आएगी। नए साल में किनकों कालापानी और किनों ताज मिलेगा यह तय होगा।