रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में बयानबाजी के साथ कार्रवाई का दौर जारी है। गुरुवार को अपने क्षेत्र में हार की जिम्मेदारी लेते हुए महंत रामसुंदर दास ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इधर, पार्टी नेताओं पर बयानबाजी करने वाले पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही, पार्टी विरोधी गतिविधियों और पूर्व सरकार के मुखिया के खिलाफ बयान के कारण पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया है।उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा और टीएस सिंहदेव के खिलाफ बयान को ले कर नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने इसके जवाब में न सिर्फ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पर आरोप लगाए, बल्कि टीएस सिंहदेव को भी हार का जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के लिए लिखे पत्र में बृहस्पत सिंह ने जवाब देते हुए कहा, टीएस सिंहदेव के चार पन्नों की चिट्ठी और इस्तीफे से पार्टी को नुकसान हुआ है। वे लगातार पार्टी और सरकार के विरोध में बयान दे रहे थे। कुमारी सैलजा ने हाईकमान को इस बात की जानकारी नहीं दी, इसलिए पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ा है। बता दें कि पूर्व में भी उन्होंने दोनों नेताओं पर ही कांग्रेस की हार का ठीकरा फोड़ा था, जिसके बाद उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से शोकॉज नोटिस जारी किया गया था। कांग्रेस पार्टी ने भले ही अपने नेताओं को सार्वजनिक बयानबाजी और बड़े नेताओं पर टीका-टिप्पणी नहीं करने की नसीहत दी हो, लेकिन इस नसीहत का पूर्व विधायक और सरगुजा के नेता बृहस्पत सिंह पर असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया है।प्रभारी सचिव पर आरोप, पार्टी ने गंभीरता से लियाकांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने एक सह प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि उन्हें 7 लाख दिए हैं। उन्होंने कहा, सर्किट हाउस में चार लाख और निजी होटल में तीन लाख रुपए दिए। पार्टी ने इस आराेप के बाद नोटिस जारी कर जवाब मांगा। उनके जवाब से संतुष्ट न होने पर पार्टी अनुशासन समिति ने भी उन्हें पार्टी से हटाने की अनुसंशा भेजी। पीसीसी ने इसके आदेश जारी कर दिए।भूपेश से मिलने पहुंचे पूर्व विधायककांग्रेस पार्टी से निष्कासित होने के बाद पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और डॉ. विनय जायसवाल ने कुछ पूर्व विधायकों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। उन्होंने उनसे अपने ऊपर की गई कार्रवाई को अनुचित बताया।15 विधायकों की जायसवाल के घर बैठकपूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा, हम पर इसलिए कार्रवाई हुई है, क्योंकि हम आदिवासी हैं और विनय जायसवाल पिछड़ा वर्ग के हैं। जो गलत कर रहे हैं, उसमें कार्रवाई नहीं हो रही है। जो बता रहा है, उस पर कार्रवाई की जा रही है। कैबिनेट मंत्री रहे जयसिंह अग्रवाल पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? टीएस सिंहदेव जिनके कारण कांग्रेस की सत्ता चली गई, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? सैलजा जो उनके क्रिया कलापों को ढकने का काम करती रहीं, उनको सपोर्ट करती रहीं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई? कांग्रेस के 15 पूर्व विधायकों ने गुरुवार को विनय जायसवाल के घर पर पार्टी से अलग बैठक की और हार की वजहों पर चर्चा की।राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से करेंगे मुलाकातअपने अगले कदम के बारे पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा, इस कार्रवाई को लेकर एक दर्जन से ज्यादा पूर्व विधायकों ने गुरुवार दिल्ली जाने का निर्णय लिया है। वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के लिए समय लिया है। शुक्रवार को दिल्ली जा रहे हैं, हमारे कुछ साथी गुरुवार को रवाना हो गए हैं।