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ओडिशा का बाघ गोमर्डा में ही रहे, उसके व्यवस्था में जुटे अफसर, एसटीएफ बनाकर बाघ के विचरण पर रखी जा रही नजर

ओडिशा बार्डर से सटे सारंगढ़-बिलाईगढ़ वनमंडल के गोमर्डा अभयारण्य में करीब एक दशक के बाद टाइगर के मूवमेंट होने के पुख्ता सबूत वन विभाग के अफसरों को मिले हैं। गोमर्डा अभयारण्य में पिछले छह महीने से ज्यादा समय से 24 हाथियों के दल ने डेरा डाला है, जिसकी वजह से लोगों की जंगल में आवाजाही कम हो गई है। इस वजह से कोर एरिया में शिकार की घटनाओं पर अंकुश लगा है। इसके कारण जंगल विकसित होने के साथ ही वन्यजीवों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसी के चलते ओडिशा का टाइगर भटकते हुए बरमकेला से सटे गोमर्डा अभयारण्य में प्रवेश कर आया और एक मवेशी का शिकार किया है। इस बात की पुष्टि ट्रैप कैमरा के माध्यम से हुई है।

सारंगढ़-बिलाईगढ़ वनमंडलाधिकारी गणेश यूआर के मुताबिक गोमर्डा अभयारण्य महासमुंद, बलौदाबाजार के साथ ओडिशा सीमा से सटा है। ओडिशा के ढेबरूडीह जंगल से एक टाइगर पिछले दिनों बरमकेला परिक्षेत्र से सटे गोमर्डा में प्रवेश कर गया। यहां टाइगर ने चारा चरने आए एक मवेशी का शिकार किया है। वन अफसरों को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक एक चरवाहा मवेशी चराने के लिए जंगल गया था। इसी दौरान मवेशियों का झुंड अचानक भागने दौड़ने लगा। साथ ही चरवाहे को दहाड़ की अवाज सुनाई दी। इसके बाद चरवाहे ने घटना की जानकारी ग्रामीणों की दी। दूसरे दिन ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो उन्हें एक मवेशी मरा हुआ मिला। घटनास्थल के पास पग मार्क मिले। इसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी वन अफसरों को दी। वन अफसर मौके पर पहुंचे, तो उन्हें घटना स्थल के पास बाघ के पग मार्क मिले।

ट्रैप कैमरा लगाकर ट्रैप किया
वनमंडलाधिकारी के मुताबिक बाघ ने जहां मवेशी का शिकार किया था, उस जगह से मवेशी की लाश को नहीं हटाया गया। घटनास्थल के आसपास ट्रैप कैमरा लगाए गए। जिस बाघ ने मवेशी का शिकार किया था, दूसरे तीसरे दिन वही बाघ मवेशी का मांस खाने पुन: आया, तब वह ट्रैप कैमरा में ट्रेप हो गया।

बाघ को रोकने किए जा रहे प्रयास
अफसर के मुताबिक ओडिशा से आए बाघ परमानेंट यहीं का होकर रहे, इसके लिए कोशिश की जा रही है। फिलहाल बाघ वापस ओडिशा चला गया है। अफसर शिकार की तलाश में बाघ के गोमर्डा में पुन: वापसी की संभावना व्यक्त कर रहे हैं। बाघ को यहां नियमित शिकार के साथ पानी मिले, इसके लिए व्यवस्था करने की बात कह रहे हैं।

एसटीएफ बनाकर ज्वाइंट ऑपरेशन
अफसर के अनुसार बाघ के मूवमेंट पर नजर रखने ओडिशा तथा गोमर्डा के वन अफसर तथा कर्मियों की एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाकर बाघ की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है। साथ ही बाघ को किसी तरह से कोई नुकसान नहीं पहुंचे, इस बात का भी ध्यान देने की बात वन अफसर ने कही है।

वर्जन आया था, शिकार भी किया है
ओडिशा सीमा से सटे गोमर्डा अभयारण्य में पिछले दिनों एक बाघ आया था। बाघ ने एक मवेशी का शिकार भी किया है। इस बात की पुष्टि ट्रैप कैमरे से हुई है। बाघ स्थायी रूप से गोमर्डा में रहे, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। गोमर्डा में बाघ का आना एक अच्छा संकेत है।

  • गणेश यूआर, वनमंडलाधिकारी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ \

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