केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रायपुर में कहा कि छत्तीसगढ़ नेशनल हाइवे का नेटवर्क 2 साल के अंदर अमेरिका की तरह होगा। वहीं रायपुर में 4 फ्लाईओवर निर्माण की स्वीकृति दी है। इसमें सरोना, तेलीबांधा, उद्योग भवन, धनेली जंक्शन पर फ्लाईओवर की मंजूरी मिली है।
इसके लिए 20 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की है। इसके साथ ही फोर लेन और डबल लेन की डीपीआर की स्वीकृति दी है। इस दौरान गडकरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में पानी की कमी है, इसलिए हमारे यहां 10 हजार किसानों ने आत्महत्या की। गडकरी ने कहा कि रोड बनाते हैं तो पेड़ काटे नहीं उसका ट्रांसप्लांट करें। NHI पर अब तक हमने साढ़े 3 करोड़ पेड़ ट्रांसप्लांट किए हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शुक्रवार को रायपुर पहुंचे। मंत्री यहां प्रदेश में पहली बार होने जाने रहे भारतीय सड़क कांग्रेस अधिवेशन में शामिल हुए। रायपुर इस 83वें कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगा। ये अधिवेशन 11 नवंबर तक शहर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में होगा।
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रकृति की अकूत संपदा है, जाहिर है कि अगर यातायात और ट्रांसपोर्ट करना है तो उसके लिए सड़कें दुरुस्त होनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा सड़कें होंगी तो हम भी देश के विकास की भागीदारी में अपना सहयोग और बेहतर तरीके से दे पाएंगे।
भारत की हर मेट्रो सिटी के बड़े डेवलपर्स इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर जैसे देशों के कंस्ट्रक्शन एक्सपर्ट और वैज्ञानिक भी यहां पहुंचेंगे। 4 दिनों तक चलने वाले इस अधिवेशन में रोड कंस्ट्रक्शन से जुड़ी नई तकनीक पर चर्चा होगी।
देशभर से 3000 प्रतिनिधि इस अधिवेशन में शामिल होने रायपुर पहुंच रहे हैं। दुनिया में निर्माण के क्षेत्र में जो नई टेक्नोलॉजी आ रही है, जो नए प्रयोग हो रहे हैं उन सब पर यहां चर्चा होगी। हमने निर्धारित किया है कि छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति सभ्यता से पूरे देश के लोगों को परिचित करा सकें।
उप मुख्यमंत्री साव ने NMDC, NTPC, सेल (भिलाई स्टील प्लांट), छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी और कई विकास निगमों के स्टॉल और प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने अतिथियों को छत्तीसगढ़ की कला, शिल्प और लोक संस्कृति से अवगत कराने छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प, ग्रामोद्योग, पर्यटन, संजीवनी, वन विकास के स्टॉल्स का भी समुचित समायोजन आयोजन स्थल पर करने को कहा।
कार्यक्रम में तकनीकी प्रदर्शनी भी होगी और युवा इंजीनियरों के लिए प्रतियोगिताएं होंगी। एनआईटी, आईआईटी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के 60 स्टूडेंट्स को आईआरसी का मेंबर बनाया जाएगा। इस दौरान सड़क से संबंधित अविष्कारों पर प्रेजेंटेशन होंगे और उन पर चर्चा भी होंगी।
सेमिनार से आए उपयोगी सुझावों पर अमल भी किया जाएगा। सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए 1929 में जयकर कमेटी का गठन किया गया था। इसके सुझावों पर 1934 में भारतीय सड़क कांग्रेस की स्थापना की गई थी। इसके जरिए राष्ट्रीय स्तर पर सड़कों के विकास के लिए मानक और स्पेसिफिकेशन का निर्धारण किया जाता है।
अधिवेशन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। आज सुदेश भोसले, अनूप जलोटा और कई कलाकारों की परफॉर्मेंस होंगी। देश-विदेश से आए इंजीनियर्स को नवा रायपुर, जंगल सफारी, चंपारण, सिरपुर, बार नवापारा, गंगरेल, भोरमदेव, चित्रकोट, दंतेवाड़ा जैसे पर्यटन स्थलों पर भी ले जाने का कार्यक्रम है।