महाराष्ट्र के चंद्रपुर के माजरी में मंदिर में महाप्रसाद खाने से कई लोगों की तबियत बिगड़ने का मामला सामने आया है। यहां पर शनिवार को नवरात्रि पूजा के दौरान महाप्रसाद वितरित किया गया था। मामला काली माता मंदिर का है, जहां महाप्रसाद खाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। फूड पॉइजनिंग के कारण 80 भक्त बीमार हो गए। इनमें 6 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सामने आया है कि महाप्रसाद में इन लोगों को बूंदी परोसी गई थी। सभी लोगों में डायरिया और उल्टी के लक्षण प्रसाद खाने के बाद दिखने लगे। इन लोगों में 30 महिलाएं और 24 बच्चे शामिल हैं।
24 लोगों को अस्पताल से मिली छुट्टी
जैसे ही लोगों की तबियत बिगड़ी, इनको इलाज के लिए माजरी के डब्ल्यूसीएल अस्पताल ले जाया गया। यहां से इन लोगों को वरोरा के उप जिला अस्पताल में दाखिल करवाया गया। जिसके बाद 6 लोगों को ज्यादा गंभीर होने के चलते चंद्रपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि फूड पॉइजनिंग के कारण 80 साल के गुरुफेन यादव की मौत हुई है। उसे पहले से कई बीमारियां थी। वहीं, 24 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कर्नाटक में भी सामने आया था मामला
कर्नाटक के चामराजनगर जिले के सुलिवादी गांव में भी ऐसा ही एक मामला 6 साल पहले सामने आया था। यहां पर एक मंदिर में प्रसाद खाने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। इनमें दो बच्चे भी शामिल थे। यहां करीब 80 लोग प्रसाद खाने से बीमार हो गए थे। राज्य सरकार ने हर मृतक को 5 लाख रुपए दिए थे। वहीं, लोगों का इलाज भी मुफ्त करवाया गया था।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से बताया गया था कि प्रसाद जहरीला था। मामला मरम्मा मंदिर का था। पुलिस के अनुसार लोगों में उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की थी। जिसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया था।