नई दिल्ली : श्रद्धा वालकर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को 3000 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें पीड़िता के लिव-इन पार्टनर और आरोपी आफताब पूनावाला के खिलाफ मिले ठोस सबूतों का जिक्र किया गया है. चार्जशीट में आफ़ताब पूनावाला की सर्च हिस्ट्री शामिल है, जो घटनाक्रम से मेल खाती है.
दिल्ली पुलिस द्वारा दायर की गई सप्लीमेट्री चार्जशीट में जांच के दौरान एकत्र किए गए कई डिजिटल और फोरेंसिक साक्ष्य शामिल हैं. डिजिटल साक्ष्य में आफ़ताब पूनावाला की गूगल लोकेशन हिस्ट्री शामिल है, जो उन जगहों पर उसकी यात्रा से मेल खाती है जहां उसने शव के टुकड़ों को फेंका था.
इसमें श्रद्धा वालकर के फोन की गूगल लोकेशन भी शामिल है और यह भी दिखाया गया है कि कैसे फोन दो बार बॉम्बे पहुंचा और जब आफताब को पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसकी हिस्ट्री गायब हो गई. आरोपी आफताब पूनावाला (28) पर अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा वालकर (27) की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है.
चार्जशीट में डिजिटल साक्ष्यों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट भी शामिल है, जिसमें आफताब पूनावाला द्वारा “फ्लेयर गन” के इस्तेमाल के बारे में सर्च हिस्ट्री भी शामिल है. उसकी अन्य सर्च हिस्ट्री भी सामने आई घटनाओं से मेल खाती है. चार्जशीट मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के समक्ष साकेत कोर्ट में दायर की गई है.
आफताब पूनावाला को 12 नवंबर 2022 को दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में किराये के अपने फ्लैट में श्रद्धा वालकर की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने कहा था कि आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या की तथा उसके शव के करीब 35 टुकड़े किए जिसे उसने घर पर 300 लीटर के फ्रिज में लगभग तीन सप्ताह तक रखा. वह कई दिन तक आधी रात को उन्हें शहर के विभिन्न इलाकों में फेंकने के लिए जाता रहा.
पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच वित्तीय मुद्दों को लेकर आए दिन झगड़ा होता था. ऐसा संदेह है कि दोनों के बीच झगड़ा होने पर ही पूनावाला ने 18 मई 2022 की शाम को 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई की निवासी थी. इन दोनों की मुलाकात मुंबई में डेटिंग ऐप ‘बम्बल’ के जरिए हुई थी. इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया और दोनों के बीच वहीं से प्रेम संबंध शुरू हुए. बाद में वे दिल्ली आ गए थे.