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अपने फायदे के लिए चोला उतार फेंकतें हैं नौकरशाह, पढ़े आरिफ और टूटेजा के वायरल चैट

नौकरशाह अपने फायदे के लिए जल्द ही चोला उतार फेंकते हैं। अच्छी जगह पाने के लिए गधे को बाप बोलना पड़े तो वे गुरेज नहीं करते। ऐसा ही एक अहम प्रमाण हमारे हाथ लगा है, जिसमें पूर्व सरकार में नान घोटाले के मास्टर माइंड रहे प्रमोटी आईएएस अनिल टूटेजा।

उन्होंने कैसे एक आईपीएस के साथ मिलकर विरोधियों को निपटाने का काम किया उसका पता चलता है। दोनों के बीच वहाटऐप्स में किए गए चैट के संबंध में कुछ मैसेल वायरल हुए हैं। इसमें आईपीएस आरिफ़ शेख, अनिल टुटेजा और यश टुटेजा की बातचीत है। आरिफ़ शेख अनिल टुटेजा और उसके पुत्र यश टुटेजा के साथ मिल के कैसे-कैसे अपने लिए लाभकारी योजना बनाते थे, ये सब चैट में है।

चैट में इस बात का भी खुलासा है कि कैसे एक आईपीएस आरिफ़ शेख ने सारे नियम कानून की पोटली बना के टुटेजा के सामने रख दिए। चैट में बीजेपी के नेताओं के नाम हैं। मूणत सीडी कांड का जिक्र है। कैसे शेख ने सीडी कांड के आरोपियों के मामले में फायनल रिपोर्ट लगवा दी और दावा कर रहे हैं कि अब तो सुप्रीम कोर्ट भी कुछ नहीं कर सकता! उनके लिए बीजेपी को वोट देने वाले और मोदी को पीएम बनाने वाले लोग स्टूपिड हैं।

इसमें एक जगह यह कहा गया कि पिछली लोकसभा चुनाव में बीजेपी और मोदी को भारी जीत मिली और छत्तीसगढ़ में बड़ी जीत बीजेपी के पक्ष में हुई जिसके बाद आईपीएस ने जनता को स्टूपिड तक बता दिया। मतलब देश और छत्तीसगढ़ के लोग स्टूपिड हैं, जो बीजेपी और मोदी को वोट दे रहे हैं। आरिफ़ ने तो देश के लोगों को प्रमाण पत्र बांटने लगे
हैँ कि कौन स्टूपिड है कौन नहीं? आरिफ़ शेख हुक्म की तामील करने के लिए हमेशा अनिल टुटेजा और उसके लड़के से बिना पूछे एक कदम आगे नहीं बढ़ाते।

किस पर क्या एक्शन होना चाहिए? कौन सा होटल रात भर खुला रहेगा? किसका ख़्याल रखना है? किसका नही? किस-किस पर कौन सी धारा लगानी है जमानत वाली या गैर ज़मानती ये सब आईपीएस आरिफ़ शेख बिना टुटेजा से पूछे नहीं करते थे । यहां तक कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के यहां शादी में ट्रैफिक और तामझाम की व्यवस्था करनी है या नहीं। ये तक ये लोग आपस में डिस्कस करते थे।

प्लांट कैसे करना है ? कैसे किसी को फंसाना है, किस पोर्टल पर केस करना है, इस चैट में हो रही बातचीत ने तो हद ही कर दी है। इस हिसाब से तो ये दोनो मिल के साज़िश करते थे उनके खिलाफ़ जो इनके साथ फिट नहीं बैठते। भले ही वो पत्रकार सुनील नामदेव हो या आईपीएस जीपी सिंह हो। बताया जाता है कि आईपीएस जीपी सिंह को फंसाने के लिए सोना प्लांट करने साज़िश रची गई, पर वो सीसीटीवी में कैद हो गया जिसके बाद डीवीआर जब्त करके उसको नष्ट किया गया क्योंकि सोना प्लांट करते हुए सब कुछ रिकार्ड हो चुका था। सत्ता में चाटुकारिता करने में कितना सुख मिलता है। अभी ये चैट के कुछ ही अंश हैं अभी और भी बाकी हैं!

India Writers इस खबर की पुष्टि नहीं करता हैं।

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