मालदीव की संसद में रविवार को सांसद एक-दूसरे से भिड़ गए. सत्तारूढ़ दल और विपक्षी दल एक-दूसरे पर लात-घूंसे चलाते दिखे. झड़पें सत्तारूढ़ गठबंधन पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव (पीपीएम) और विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के सांसदों के बीच हुईं. इससे राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के कैबिनेट मंत्रियों के लिए संसदीय मंजूरी लेने के लिए बुलाए गए विशेष सत्र में काफी व्यवधान पैदा हुआ.
सांसदों के बीच लात-घूंसे चले. वायरल वीडियो क्लिप में कुछ सदस्यों को एक-दूसरे को पोडियम से नीचे खींचते हुए भी दिखाया गया है. पीएनसी और पीपीएम ने एक बयान जारी कर कहा कि चार सदस्यों की मंजूरी रोकने का एमडीपी का कदम लोगों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं में बाधा डालने जैसा है. उन्होंने स्पीकर के इस्तीफे की भी मांग की.
सरकारी निरीक्षण समिति की रिपोर्ट पर मचा बवाल
अधाधु की रिपोर्ट के अनुसार, मुइज्जू के मुख्य सलाहकार और पीएनसी अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने बिना अनुमति के भी मंत्रियों के दोबारा नियुक्त होने के अधिकार का बचाव किया और कहा कि उन्हें मंजूरी देने से इंकार करना एक “गैरजिम्मेदाराना” कदम था. मुइज्जू के मुख्य सलाहकार और पीएनसी अध्यक्ष अब्दुल रहीम अब्दुल्ला ने बिना अनुमति के भी मंत्रियों के दोबारा नियुक्त होने के अधिकार का बचाव किया और उन्हें मंजूरी देने से इनकार करने को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए इसकी आलोचना की. रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर में संसद की सरकारी निरीक्षण समिति ने कैबिनेट को मंजूरी देते हुए घोषणा की कि सभी सदस्य संवैधानिक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं.