MP News: सिवनी 3 करोड़ हवाला मनी लूट मामले में सीएम मोहन यादव ने सख्त एक्शन लिया है. सीएम के निर्देश पर SDOP पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज की गई. मामले में अब सख्ती दिखाते हुए आरोपी SDOP पूजा पांडे, SI अर्पित भैरम साहित 5 पुलिसकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल मामले में 6 आरोपी पुलिसकर्मी फरार बताए जा रहे हैं.
SDOP पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर FIR
मुख्यमंत्री मोहन यादव के सख्त एक्शन के बाद मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना ने सख्त कार्रवाई करते हुए SDOP पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे. इन सभी पर डकैती, अवैध रूप से रोकना, अपहरण और अपराधिक षडयंत्र के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
आपराधिक मामला दर्ज
आरोपियों पर अपराध क्रमांक 473/2025 थाना लखनवाड़ा में बीएनएस की धारा 310(2) डकैती, 126(2) गलत तरीके से रोकना, 140(3) अपहरण, और 61(2) आपराधिक षडयंत्र के अंतर्गत SDOP पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज की गई है.
क्या है सिवनी हवाला मनी लूट मामला
मध्य प्रदेश के सिवनी में 1.45 करोड़ रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने हवाला कारोबारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जबकि इस प्रकरण में संलिप्त बताए जा रही SDOP और टीआई सहित 11 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
जानकारी के अनुसार, लखनवाड़ा थाने में 11 अक्टूबर को सोहन परमार, इरफान पठान और शेख मुख्तार के खिलाफ संगठित अपराध की धारा 112(2) और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में उल्लेख है कि पुलिस को जबलपुर से नागपुर ले जाई जा रही अवैध रकम और मादक पदार्थों की सूचना मिली थी. जांच के दौरान MH13 EK 3430 नंबर की क्रेटा गाड़ी से 1.45 करोड़ रुपये बरामद किए गए, लेकिन इस दौरान आरोपी फरार हो गए.
रिपोर्ट के अनुसार, SDOP पूजा पांडे और SI अर्पित भैरम ने 10 अक्टूबर को जब्त की गई रकम को कोतवाली मालखाने में जमा कराया था. पुलिस ने इस रकम को जुए या सट्टे से जुड़ा बताया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा और डीआईजी राकेश सिंह सिवनी पहुंचे और कंट्रोल रूम में देर रात तक अधिकारियों के साथ बैठक की गई. इसी दौरान SDOP पूजा पांडे को भी आईजी के सामने पेश हुई.
मामले में आईजी प्रमोद वर्मा ने स्वीकार किया कि एफआईआर और विवेचना में कुछ त्रुटियां मिली हैं, जिसके चलते मामला जबलपुर एएसपी (क्राइम) जितेंद्र सिंह को जांच के लिए सौंपा गया.
SDOP ने कही मामला खत्म करने का बात
जानकारी के मुताबिक, मामले में हवाला कारोबारियों ने 9 अक्टूबर को कोतवाली थाने में 2.96 करोड़ रुपये की लूट की शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें बताया गया था कि अगले दिन SDOP ने उन्हें 1 करोड़ 51 लाख रुपये वापस करते हुए मामला खत्म करने की बात कही थी. हालांकि, जब हवाला कारोबारियों ने रास्ते में पैसों की गिनती की तो उसमें 25 लाख रुपये कम निकले, जिसके बाद वे वापस लौटे और पूरी रकम की लूट का मामले पर FIR दर्ज करवाई गई.
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