Bengaluru Cafe Blast: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे विस्फोट में मामले में शुक्रवार को एक कंप्यूटर इंजीनियर को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक के हुबली शहर का निवासी शोएब अहमद मिर्जा उर्फ छोटू (35 वर्षीय) इस मामले में गिरफ्तार किया गया पांचवां शख्स है। मिर्जा एक कंप्यूटर इंजीनियर है।
उन्होंने बताया कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से बंगलूरू और हुबली में हिंदू समुयाद की प्रमुख हस्तियों की लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हरकत-उल-जिहाद-अल इस्लामी (हूजी) द्वारा रची गई साजिश से जुड़े मामले में 2016 में उसे पांच साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी।
एनआईए के बयान में कहा गया, रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में चार राज्यों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई, जिसके तीन दिन बाद एनआईए ने शुक्रवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। जिसकी पहचान एलईटी के एक आतंकी साजिश मामले में पूर्व दोषी के रूप में हुई है। हैंडलर की भूमिका और विस्फोट के पीछे की बड़ी साजिश की आगे की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए सह आरोपी माज मुनीर अहमद और कर्नाटक के चिकमंगलुरू के खालसा के रहने वाले मुजम्मिल शरीफ के साथ दोनों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि साल 2018 में मिर्जा ने ताहा से दोस्ती की और एक ऑनलाइन हैंडलर से मिलवाया। ऑनलाइन हैंडलर के विदेश में होने का संदेह है। अधिकारियों ने कहा कि मिर्जा ने हैंडलर और ताहा के बीच एन्क्रिप्टेड संचार के लिए एक ई-मेल पता प्रदान किया।
कैफे विस्फोट की जांच के दौरान एनआईए ने देशभर में 29 स्थानों पर तलाशी ली है। एनआईए की टीमों ने 21 मई को मामले के संबंध में कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई स्थानों पर छापेमारी की थी। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान मिर्जा सहित 11 संदिग्धों से जुड़े परिसरों की सघन तलाशी ली गी। तलाशी के बाद एनआईए ने मिर्जा से पूछताछ की और पर्याप्त सबूत मिलने के बादे उसे रामेश्वरम विस्फोट मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।