रायपुर: भाजपा के विष्णुदेव सरकार में रसिकों का बोलबाला हैं। मानवीय प्रवृत्ति है कि जब एक दूसरे को पसंद करते हैं, तो नजदीकियां बढ़ जाती है। जब हम किसी के प्रति आकर्षित होते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन का उत्पादन होता है। इस हार्मोन को अक्सर ‘लव हार्मोन’ कहा जाता है, जो हमें जुड़ाव और स्नेह महसूस कराता है। ऑक्सीटोसिन का उत्पादन जितना ज़्यादा होता है, व्यक्ति में दूसरे के प्रति लगाव उतना ही मज़बूत होता है।
वैसे प्रदेश सरकार के इस कार्यकाल में आईपीएस लॉबी में ऐसे मामले ज्यादा आ रहे हैं। निश्चित तौर पर यह एक हद में रहे तो ठीक है। लंबे समय तक संपर्क में रहने के बाद लोगों की आपेक्षाएं बढ़ जाती है, फिर कई आरोप लगते हैं। जैसा हाल ही में एक आईपीएस पर आरोप लगे हैं। वैसे ही एक और आईपीएस का लव एंगल आया है जो अपने ही विभाग कर्मी के साथ चल रहा है। यहां पर मामला अभी बिगड़ा नहीं है। वहीं एक जिले के एसपी का एसआई से दुष्कर्म का मामला निकल कर सामने आया है।
वैसे यह विभाग ऐसा है जहां राज खोलने और जानने वाले अधिक सक्रिय रहते हैं। ऐसा ही कभी एडीजी स्तर के अफसर पर आरोप लगा। उसके पहले भी एक अफसर को विशाखा कमेटी ने दोषी पाया। उन पर कार्रवाई भी हुई , लेकिन शासन ने रिपोर्ट को अमान्य कर दिया। वैसे प्रेम रखना गलत नहीं है। उसे सही रूप में बनाए रखना जरूरी होता है। यहां जब इसका उपभोग कर लोग भागने लगते हैं, तब दुखी मन -लालच में उसका अंत करने में तुल जाता है। वैसे पुलिस विभाग इस मामले कहीं आगे हैं।
इल्जाम और महंगे गिफ्ट भी
नेताओं में भी ऐसा ही माहौल चल रहा है। यह तक सामने आया जब उन्हे पद मिला। इस स्तर पर आने के बाद उनके साथ जूड़े लोगों तक बात पहुंचे तो उनके काम और स्तर पर सवाल अवश्य उठता है। यहां अपने लव एंगल को बनाए रखने अनुरोध और विनियोग के साथ प्रजेंट भी दिया जाने लगा है। जब ये नेता अपनी चरम पर पहुंच गए तो प्रेमिका को गिफ्ट में करोड़ों का आशीयाना भी दिया। अनुराग का यह क्रम अनु राधा के बीच बना रहे इसे लेकर अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है।
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