Trump Tariff On India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय अर्थ व्यवस्था को डेड इकोनॉमी वाले बयान का राहुल गांधी ने सही ठहराया है. वहीं राहुल गांधी के बयान के विपरीत कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना की है. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कहा कि ट्रंप का फैसला भारत और अमेरिका के व्यापार को बर्बाद कर देगा.
थरूर बोले- अगर अमेरिका की मांग गलत है, तो कहीं और देखना चाहिए
डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर टैरिफ और पेनाल्टी लगाने के फैसले का कांग्रेस नेता शशि थरूर ने विरोध किया है. थरूर ने कहा, ‘यह हमारे लिए बहुत गंभीर मामला है. 25% टैरिफ के साथ रूस से तेल और गैस खरीदने पर जुर्माना जुड़ सकता है, जिससे यह 35-45% तक हो सकता है. इस तरह तो भारत और अमेरिका का व्यापार पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा.
कई देशों के साथ हमारी बातचीत चल रही है. हम ब्रिटेन के साथ एक समझौता कर चुके हैं. दूसरे देशों से भी बात कर रहे हैं. अगर अमेरिकी की मांगें पूरी तरह से गलत हैं तो हमको कहीं और जाना होगा.’
कार्ति चिदंबरम बोले- ट्रंप पारंपरिक नेता नहीं हैं, घबराना नहीं चाहिए
वहीं कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी ट्रंप की आलोचना की है. उन्होंने कहा, ‘ट्रंप कोई पारंपरिक नेता नहीं हैं. हमको घबराने की जरूरत नहीं है. मुझे उम्मीद है कि सरकार धैर्य बनाए रखेगी और दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी.’
राजीव शुक्ला बोले- देशों को धमका रहे हैं
वहीं एक और कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने अमेरिकी राष्ट्रपति के डेड इकोनॉमी वाले बयान पर करारा जवाब दिया है. उन्होंने कह, ‘ट्रंप देशों को धमका रहे हैं. ट्रंप का कहना है कि भारत और रूस जैसे देशों की अर्थव्यवस्था खत्म हो गई है. लेकिन ये गलत है. सभी सरकारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर काम किया है. मोदी सरकार ने भी अर्थव्यवस्था पर काम किया है और हमारी अर्थ व्यवस्था काफी मजबूत है. ट्रंप भ्रम में जी रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा- अमेरिकी राष्ट्रपति ने फैक्ट बताया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डोनाल्ड ट्रंप के भारत को डेड इकोनॉमी बताने के बयान को सही बताया है. राहुल गांधी ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने फैक्ट बताया. ट्रम्प सही कह रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को छोड़कर सभी जानते हैं कि भारत की इकोनॉमी डेड है.’
हालांकि राहुल गांधी के बयान के विपरीत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना कर रहे हैं.
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