हिंदी के शब्दकोष में एक खूंखार शब्द है लालफीताशाही। अंग्रेजी के शब्दकोष में इसका पर्यायवाची खूंखार शब्द है linger on। लालफीताशाही अर्थात फाइल को लाल फीता लगाकर रोक दो, या तो साहब की मर्जी से फाइल आगे बढ़ेगी या उस पर कोई वजनी चीज का चढ़ावा चढ़ेगा तो फीता खुलेगा। फाइल कब आगे बढ़नी है यह अधिकारी के विवेक पर तय करना सबसे बड़ा कुशासन है। सुशासन का दावा कर सत्ता में पहुंची विष्णु देव साय की सरकार ने जो सबसे अच्छे काम किये, उसमें से एक है ई-आफिस प्रणाली को अपनाना।
फाइलें अब आनलाइन मूव होती हैं। एक बार साहब के सिग्नेचर हो गये और टिप्पणी दर्ज हो गई तो यह हमेशा के लिए ब्लाक हो गई, इसे बदला नहीं जा सकता। इससे पारदर्शिता सुनिश्चित हो गई। फिर समयसीमा भी तय हो गई क्योंकि हर फाइल के मूवमेंट का समय तय है। कोई फाइल तुरंत करनी हो तो अधिकारी इसे कार में बैठे बैठे ही ओपन कर अपने रिमार्क दर्ज कर सकता है। कामकाज को बदलने एवं प्रभावी बनाने में यह क्रांतिकारी पहल है जिसे छत्तीसगढ़ में अपनाया गया है।

दूसरा है सरकारी खरीदी का तंत्र, इसमें सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार की संभावनाएं होती हैं। इसके लिए सरकार ने नेकनीयती से जेम पोर्टल को अपनाने के निर्देश दिये हैं। जेम पोर्टल में भी कुछ गड़बड़ियां हो सकती हैं लेकिन प्रभावी मानिटरिंग से इसे दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही जेम पोर्टल की यह भी विशेषता है कि इसे दबा छिपा कर नहीं किया जा सकता।
साय सरकार के सुशासन का तीसरा बिंदु सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।
पीएससी चेयरमैन टामन सोनवानी सहित अनेक अधिकारी एवं पीएससी परीक्षा में चयनित अधिकारी जेल में है। यह भ्रष्टाचार के मामलों पर सरकार की सख्त नजीर है। देश में शायद ही कहीं पीएससी का चेयरमैन रहा व्यक्ति सलाखों के पीछे होगा। पीएससी की परीक्षा प्रशासनिक व्यवस्था का रीढ़ होती है और इसमें ही गड़बड़ी हो तो पूरी पीढ़ी खराब हो जाती है। साय सरकार ने पीएससी को भ्रष्टाचार के कैंसर से बचा लिया। व्यापमं की परीक्षाओं में भी कड़ा अनुशासन रखा गया है। अनुशासन इतना सख्त है कि लोगों को अपनी शर्ट की आस्तीन भी कटानी पड़ी।

सुशासन का डंडा आबकारी विभाग में सबसे ज्यादा पड़ा है। दो दर्जन से अधिक क्लास 1 और क्लास 2 आफिसर्स को न्यायपालिका में बेल के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। आबकारी एक ऐसा विभाग है जहां लोग जाने के लिए तरसते हैं लेकिन सुशासन ने इस विभाग में ऐसा सूखा बरपाया है कि लोग अब समय काट रहे हैं। सुशासन तब आता है जब चुन चुनकर कमाई वाले विभागों में विपत्ति आती है। रजिस्ट्री में भी पूरी तरह से पारदर्शिता आ गई है।
सुगम एप के चलते भ्रष्टाचार को रोकने की दिशा में गंभीर पहल की गई है। अब मौके पर रजिस्ट्री स्थल में जीआईएस आदि अनिवार्य किये जाने से फर्जी रजिस्ट्री की रोकथाम की दिशा में बढ़िया काम हुआ है। इसमें एआई के इस्तेमाल की भी अहम भूमिका है। रजिस्ट्री में ऐसे साफ्टवेयर बनाये गये हैं जिसमें आवेदक को वकील की आवश्यकता नहीं। सब कुछ साफ्टवेयर स्वंय तैयार कर लेगा।

एक और भी महत्वपूर्ण बात यह है कि साय सरकार अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों से सलाह लेने में संकोच नहीं करती। भारत में कार्पोरेट सेक्टर इसलिए इतना सफल है क्योंकि यहां पर आईआईएम जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के दिग्गज मैनेजर प्रोफेशनल तरीके से समस्याओं का समाधान निकालते हैं। पब्लिक सेक्टर में सेवा भावना के साथ प्रोफेशनल तरीके से भी काम हो और नये जमाने के मैनेजमेंट टेक्नीक इस्तेमाल किये जाएं तो कम समय में प्रभावी नतीजे आ सकते हैं। आईआईएम में मंत्रियों की प्रबोधन शाला इसका अच्छा उदाहरण थी जिसमें विष्णु देव साय और सारे मंत्रियों ने शिष्य भाव से पब्लिक मैनेजमेंट की क्लास ली।
केंद्र सरकार द्वारा कर्मयोगी कार्यक्रम का संचालन अपने कर्मचारियों के क्षमता निर्माण के लिए चलाया गया। राज्य सरकार द्वारा भी इसे अपनाया गया और नये सिरे से अधिकारियों-कर्मचारियों का प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण एक तरह से उपकरण को लगातार मांझने की तरह होती है जिससे कार्यस्थल में वो अधिक धारदार हो। केंद्र सरकार के गतिशक्ति पोर्टल की तरह ही राज्य में अटल मानिटरिंग पोर्टल द्वारा लगातार फ्लैगशिप योजनाओं और महत्वपूर्ण परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखी जा रही है। इसमें उनकी प्रगति की समीक्षा तो होती है यह साफ्टवेयर बाधाएं भी चिन्हांकित करता है और इन्हें दूर करने का समाधान भी सुझाता है।

सुशासन आधुनिक समय की सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने में है। उदाहरण के लिए स्टेट कैपिटल रीजन के माध्यम से ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर की स्थापना करना ताकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भी आपरेट करने की जगह मिल सके और बड़ी संख्या में रोजगार मिल सके। सुशासन का मतलब एआई पार्क बनाना, फार्मा पार्क बनाना है ताकि ग्रोथ सेंटर बनाये जा सकें। सुशासन का मतलब मेडिकल हब बनाना है ताकि न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों को बेहतर इलाज सुविधा मिल पाए अपितु यह मेडिकल टूरिज्म का केंद्र भी बन सके।
सुशासन का मतलब अंत्योदय का कल्याण भी है। चाहे कृषक उन्नति योजना के माध्यम से किसानों को सबसे ज्यादा धान का मूल्य देना हो अथवा महतारी वंदन योजना के माध्यम से हर महीने माताओं-बहनों के खाते में हजार रुपए भेजना हो। सुशासन सभी वर्गों की तेज उन्नति में निहित है। डबल इंजन की सरकार में बेहतर समन्वय से सुशासन साकार हो रहा है।

सुशासन एक लक्ष्य निर्धारित करने से भी बनता है। वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने का लक्ष्य साय सरकार ने रखा है और इसके लिए विजन डाक्यूमेंट भी बनाया है। सुशासन का अर्थ है निर्भीकता, सेवाभाव और पारदर्शिता, साय सरकार तीनों ही मामलों में सफल रही है इसलिए सुशासन यहां अपने शब्दों की सार्थकता बयान कर रहा है।
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